नई दिल्ली: मुंबई इंडियंस के क्रुणाल पांड्या, रवींद्र जडेजा के कारण भारत की टी-20 टीम में अपनी जगह गंवा चुके हैं लेकिन उनको उम्मीद है कि आईपीएल में मुंबई के लिए किया गया प्रदर्शन उन्हें टीम में वापस जगह दिला सकता है. अभी तक क्रुणाल ने आठ मैचों में पांच विकेट लिए हैं. बल्लेबाजी में उन्हें हालांकि ज्यादा मौका नहीं मिला है.
क्रुणाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे चुनौतियां पसंद हैं. मैं नई चीजों का सामना करना पसंद करता हूं. इससे आपको अपने मजबूत और कमजोर पक्ष जानने का मौका मिलता है. मुझे जिम्मेदारी लेना पसंद हैं.''
उन्होंने कहा, "मैं मुंबई के लिए यह रोल निभाता आ रहा हूं- कम गेंदें बची हों, तब बल्लेबाजी करना और विकेट लेना. मैं इस साल भी यही कर रहा हूं. मैंने अभी तक जिस तरह की बल्लेबाजी और गेंदबाजी की है उससे मैं खुश हूं. हमारे शीर्ष क्रम ने अच्छी बल्लेबाजी की है, इसलिए मुझे बहुत कम बल्लेबाजी करने को मिलती है, लेकिन मैंने जहां भी बल्लेबाजी की है मैंने, बल्ले से अपना प्रभाव छोड़ा है, और गेंद से भी। एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे मुश्किल परिस्थितियां पसंद हैं."
क्रुणाल अपने आप को उस तरह के खिलाड़ी के तौर पर देखते हैं जो अपना प्रभाव छोड़ता है और वह मैच विजयी प्रदर्शन कर खुश हैं चाहे वो छोटे ही क्यों न हों.
उन्होंने कहा, "मैंने कितने रन बनाए हैं और कितने विकेट लिए हैं, यह मायने नहीं रखता है. मायने रखता है कि प्रभाव क्या रहा। छोटे प्रारूप में कई बार, जब विपक्षी टीम को 15 रन चाहिए और छह रन का ओवर फेंके तो वो ओवर बेहद अहम होता है. यह चार विकेट-तीन विकेट की तरह होता है."
क्रुणाल ने कहा कि वह, उनके भाई हार्दिक पांड्या और केरन पोलार्ड जो काम करते हैं वो मुश्किल है. यह तीनों तब बल्लेबाजी करने आते हैं जब कम गेंदें बची हों. उनका कहना है कि अगर इससे टीम को मदद मिलती है तो उन्हें इससे परेशानी नहीं है.
उन्होंने कहा, "यह बल्लेबाजी के लिए आसान जगह नहीं है, आप ज्यादा गेंद नहीं खेलते हैं. लेकिन हम बीते कुछ सीजनों से यह कर रहे हैं. हम एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं और कई बार चर्चा करते हैं. इसने हमारे लिए काम किया है."