नई दिल्ली : भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में लगातार दूसरी हार के बाद इंडिया टीम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. अगले महीने जुलाई में दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम से अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और उमेश यादव का पत्ता कट सकता है. इन दोनों की जगह टीम में यशस्वी जायसवाल और मुकेश कुमार मजबूत दावेदार होंगे. क्योंकि चयन समिति भविष्य के मुश्किल दौरों के लिए खिलाड़ियों की अगली पीढ़ी को तैयार करना शुरू करना चाहेगी.
भारतीय टीम वेस्टइंडीज का एक महीने का दौरा करेगी. दौरे का आगाज 12 जुलाई से दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला से होगा. टीम इसके बाद तीन वनडे और पांच टी20 मैचों की श्रृंखला खेलेगी. जिसमें हार्दिक पंड्या की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों की टीम मैदान में उतरेगी. इस टीम में आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका मिलेगा. डब्ल्यूटीसी फाइनल में लगातार दूसरी शिकस्त के बाद इस बात की काफी संभावना है कि शिव सुंदर दास की अगुवाई वाली चयन समिति और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ अगले डब्ल्यूटीसी चक्र के लिए कुछ विकल्पों पर विचार करेंगे.
खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं चेतेश्वर पुजारा और उमेश यादव
चयन समिति के पूर्व सदस्य देवांग गांधी ने कहा है कि आपको संतुलन बनाने की जरूरत है. चयन और टीम से बाहर होना एक प्रक्रिया है. लेकिन आपको युवाओं और अनुभव के मिश्रण की आवश्यकता है. टीम संयोजन में आपको लंबी योजना के साथ आगामी दो साल के चक्र को भी देखना होगा. उनका मानना है कि यशस्वी जायसवाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार है. उसने रणजी, ईरानी और दलीप ट्रॉफी में दोहरा शतक बनाया है. वह मजबूत मानसिकता वाला खिलाड़ी दिखता है. उसे मौका देकर और सुधार किया जा सकता है.
बीसीसीआई के एक और चयनकर्ता ने गोपनीयता की शर्त पर इस बात पर निराशा जताई है कि पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के बाद भारत की ‘ए’ टीम ने कोई विदेशी दौरा नहीं किया है. उन्होंने कहा है कि उमेश यादव अपने करियर के आखिरी चरण में है. लेकिन ‘ए’ टीम का दौरा नहीं होने से आपको यह पता नहीं होता है कि कौन उनकी जगह लेने के लिए तैयार है. एक समय था जब हमारे पास मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत, हनुमा विहारी, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी लगातार ’ए’ टीम के लिए खेलते हुए राष्ट्रीय टीम के लिए तैयार रहते थे. अब आप खिलाड़ियों के बारे में नहीं जानते है. चयनकर्ता के अनुसार तेज गेंदबाज में सिर्फ मुकेश कुमार ही परफेक्ट हैं. लेकिन उनके पास भी अधिक गति नहीं है और स्विंग पर विश्वास करते हैं. लोकेश राहुल जांघ की सर्जरी से कब वापसी करेंगे यह तय नहीं है और वह अब टीम की कप्तानी की दौड़ में भी नहीं है. ऐसे में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या रोहित शर्मा मौजूदा फॉर्म और फिटनेस के आधार पर दो और साल के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे. वह इस चक्र के पूरा होने तक 38 साल के हो जायेंगे. ऐसे में टीम की कप्तानी के दावेदार को लेकर भी सवाल उठ रहे है.
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(पीटीआई भाषा)