ETV Bharat / sports

घरेलू क्रिकेट में तपकर निखरे हैं शार्दुल ठाकुर - शार्दुल ठाकुर

शार्दुल ठाकुर अभी तक भारत के लिए दो टेस्ट, 12 एकदिवसीय और 16 टी-20I मैच खेले हैं और तीनों फॉर्मेट में मिलकर 45 विकेट अपने नाम किए हैं.

Shardul Thakur
Shardul Thakur
author img

By

Published : Jan 18, 2021, 9:29 PM IST

नई दिल्ली: आठ साल पहले जब शार्दुल ठाकुर ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था तब मुम्बई की टीम में सचिन तेंदुलकर, अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे दिग्गज भी थे.

ये तीनों दिग्गज हालांकि राजस्थान के साथ हुए उस मैच के लिए जयपुर का दौरा नहीं किया था. वे हालांकि रेलवे के खिलाफ मुम्बई के लिए सीजन के पहले मुकाबले में खेले थे.

शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर

सचिन और जहीर को इंग्लैंड के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम से जुड़ना था. जयपुर के मैच में शार्दुल के स्कूली दोस्त रोहित शर्मा कप्तान थे लेकिन शार्दुल उस मौके को दोनों हाथों से लपक नहीं सके थे.

वह सिर्फ एक विकेट ले सके थे और बाद में वह टीम से निकाल दिए गए. मुम्बई ने हालांकि उन्हें उसी सीजन में टीम में वापस बुलाया. सेमीफाइनल में शार्दुल ने सर्विसेज के खिलाफ तीन विकेट लिए.

मुम्बई ने उन पर अगले सीजन में भी भरोसा कायम रखा और उन्होंने 27 विकेट लेते हुए सफलता की नई कहानी लिखी. उसके बाद से शार्दुल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

फर्स्ट क्लास में आठ साल तपने के बाद शार्दुल ने अपना पहला टेस्ट मैच 2018 अक्टूबर में खेला और वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए उस मैच में वह 10 गेंद की गेंदबाजी के बाद ही लंगड़ाते नजर आए.

ठाकुर ने हालांकि अब अपनी असली प्रतिभा दिखा दी है. सोमवार को वह ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात या उससे अधिक विकेट लेने और अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने.

B'day Special: आज है उस भारतीय खिलाड़ी का जन्मदिन, जिसने लगातार तीन पारियों में लगाए थे तीन शतक

दिनेश लाड जो कि रोहित और शार्दुल को स्कूल के समय में ट्रेनिंग दे चुके हैं, उन्होंने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "कुछ साल पहले वह काफी बल्की हुआ करते थे और दिशाहीन गेंदबाजी करते थे. मैंने उनसे बालू पर दौड़ने के लिए कहा. शार्दुल ने इसके बाद अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया. किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल में उन्हें नहीं मौका दिया इससे वह निराश थे. मैंने उनसे कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं है. अपने मजबूत पक्ष पर काम करो. आप टॉप लेबल पर अभ्यास कर रहे हो."

टीम इंडिया
टीम इंडिया

लाड मानते हैं कि आज की शार्दुल की सफलता घरेलू क्रिकेट में उनकी मेहनत का नतीजा है. घरेलू क्रिकेट एक खिलाड़ी का टेम्परामेंट बनाने में मदद करती है. शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए संयम की जरूरत होती है और शार्दुल को यह संयम घरेलू क्रिकेट से मिला है.

शार्दुल ने ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए अहम मुकाम पर 67 रनों की पारी खेलने के अलावा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में चार अहम विकेट हासिल किए. शार्दुल ने मार्नस लाबुशेन, कैमरन ग्रीन, टिम पेन और नेथन लॉयन के विकेट हासिल किए.

नई दिल्ली: आठ साल पहले जब शार्दुल ठाकुर ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था तब मुम्बई की टीम में सचिन तेंदुलकर, अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे दिग्गज भी थे.

ये तीनों दिग्गज हालांकि राजस्थान के साथ हुए उस मैच के लिए जयपुर का दौरा नहीं किया था. वे हालांकि रेलवे के खिलाफ मुम्बई के लिए सीजन के पहले मुकाबले में खेले थे.

शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर

सचिन और जहीर को इंग्लैंड के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम से जुड़ना था. जयपुर के मैच में शार्दुल के स्कूली दोस्त रोहित शर्मा कप्तान थे लेकिन शार्दुल उस मौके को दोनों हाथों से लपक नहीं सके थे.

वह सिर्फ एक विकेट ले सके थे और बाद में वह टीम से निकाल दिए गए. मुम्बई ने हालांकि उन्हें उसी सीजन में टीम में वापस बुलाया. सेमीफाइनल में शार्दुल ने सर्विसेज के खिलाफ तीन विकेट लिए.

मुम्बई ने उन पर अगले सीजन में भी भरोसा कायम रखा और उन्होंने 27 विकेट लेते हुए सफलता की नई कहानी लिखी. उसके बाद से शार्दुल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

फर्स्ट क्लास में आठ साल तपने के बाद शार्दुल ने अपना पहला टेस्ट मैच 2018 अक्टूबर में खेला और वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए उस मैच में वह 10 गेंद की गेंदबाजी के बाद ही लंगड़ाते नजर आए.

ठाकुर ने हालांकि अब अपनी असली प्रतिभा दिखा दी है. सोमवार को वह ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात या उससे अधिक विकेट लेने और अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने.

B'day Special: आज है उस भारतीय खिलाड़ी का जन्मदिन, जिसने लगातार तीन पारियों में लगाए थे तीन शतक

दिनेश लाड जो कि रोहित और शार्दुल को स्कूल के समय में ट्रेनिंग दे चुके हैं, उन्होंने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "कुछ साल पहले वह काफी बल्की हुआ करते थे और दिशाहीन गेंदबाजी करते थे. मैंने उनसे बालू पर दौड़ने के लिए कहा. शार्दुल ने इसके बाद अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया. किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल में उन्हें नहीं मौका दिया इससे वह निराश थे. मैंने उनसे कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं है. अपने मजबूत पक्ष पर काम करो. आप टॉप लेबल पर अभ्यास कर रहे हो."

टीम इंडिया
टीम इंडिया

लाड मानते हैं कि आज की शार्दुल की सफलता घरेलू क्रिकेट में उनकी मेहनत का नतीजा है. घरेलू क्रिकेट एक खिलाड़ी का टेम्परामेंट बनाने में मदद करती है. शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए संयम की जरूरत होती है और शार्दुल को यह संयम घरेलू क्रिकेट से मिला है.

शार्दुल ने ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए अहम मुकाम पर 67 रनों की पारी खेलने के अलावा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में चार अहम विकेट हासिल किए. शार्दुल ने मार्नस लाबुशेन, कैमरन ग्रीन, टिम पेन और नेथन लॉयन के विकेट हासिल किए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.