कराची: पाकिस्तान टीम प्रबंधन ने गुरुवार को कहा कि अभ्यास सत्र के दौरान देश का झंडा फहराने में उनके लिए कुछ नया नहीं है और इसकी शुरुआत सकलेन मुश्ताक के टीम के साथ अंतरिम मुख्य कोच के रूप में जुड़ने के बाद से हुई है.
तीन मैचों की टी20 श्रृंखला से पहले एक अभ्यास सत्र के दौरान मीरपुर मैदान पर अपना झंडा लगाने के पाकिस्तान क्रिकेट टीम के फैसले से यहां बड़ा विवाद पैदा हो गया था और बांग्लादेश के कई प्रशंसकों ने इसे देश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोहों से पहले राजनीतिक कदम बताया है.
बांग्लादेश में पाकिस्तान टीम के मीडिया प्रबंधन ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, "ये हमारे लिए कोई नयी बात नहीं है. यह सकलेन मुश्ताक के टीम से जुड़ने के बाद कोचिंग का हिस्सा है. उनका मानना है कि झंडा लगाकर अभ्यास करने से खिलाड़ियों को अधिक प्रेरणा मिलती है."
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मामले को तूल पकड़ता देख सफाई में कहा कि पिछले दो महीने से वे टीम के अभ्यास के दौरान देश का झंडा जमीन में गाड़कर खेल रहे हैं .
इस मौके पर पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने कहा कि बांग्लादेश में उनकी टीम को काफी समर्थन मिलता है.
उन्होंने कहा, "वो अपनी टीम के साथ हमारी टीम का समर्थन करते हैं. हम जब भी अभ्यास के लिए बाहर जाते हैं तो लोग बस में हमें देखकर हमारा उत्साह बढ़ाते हैं. ऐसे में टी20 श्रृंखला के लिए 50 प्रतिशत दर्शकों को मैदान में आने की अनुमति देने का फैसला अच्छा है."