नई दिल्ली : यह साल 2023 विराट कोहली के लिए काफी अहम हो सकता है. अगले महीने ही उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे होने जा रहे हैं. वहीं एक और एकदिवसीय विश्व कप आने वाला है, जो कोहली को घरेलू मैदान पर ट्रॉफी उठाने का दूसरा दुर्लभ मौका दे सकता है. इसके अलावा जब कोहली गुरुवार को त्रिनिदाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मैदान पर उतरेंगे तो यह उनकी 500वां अंतरराष्ट्रीय मैच होगा. कोहली पिछले कई सालों से सभी फारमेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम के युवाओं को प्रेरणा दे रहे हैं.
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विराट कोहली भारतीय टीम मैनेजमेंट की टी-20 योजना में भले ही फिट न बैठ रहे हों, लेकिन वह 50 ओवरों के एक दिवसीय क्रिकेट और टेस्ट टीम के हिस्सा बनकर टीम की एक प्रेरक शक्ति के रूप में काम करेंगे.
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कोहली के बारे में कोच राहुल द्रविड़ ने साफ किया कि 110 टेस्ट और 15 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बाद भी कोहली अपने वरिष्ठ बल्लेबाजी कौशल व ड्राइव की शैली में अनोखे हैं. इसकी हर कोई सराहना करता है.
द्रविड़ ने कहा-
"इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह इस टीम के कई खिलाड़ियों, भारत के कई लड़कों और लड़कियों के लिए एक वास्तविक प्रेरणा हैं. उनके नंबर और आँकड़े खुद बोलते हैं, उनका प्रदर्शन - यह सब किताबों में दर्ज है. लेकिन मुझे लगता है कि 500वां मैच खेलकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रहे हैं..... कोहली पर्दे के पीछे भी कई तरह के काम करते हैं, जब उन्हें कोई नहीं देख रहा होता है..''
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द्रविड़ ने कोहली की फिटनेस पर कहा-
"500 मैच खेलने और 12-13 साल से खेल के मैदान में रहने के बावजूद वह अभी भी बहुत मजबूत, बहुत फिट, ऊर्जा और उत्साह से भरे हैं. यह वास्तव में शानदार है.. यह आसान नहीं है, यह पर्दे के पीछे की बहुत कड़ी मेहनत, अपने करियर के दौरान बहुत सारे बलिदानों के कारण आया है.. और वह इसे जारी रखना चाहते हैं.. यह एक कोच के लिए बहुत अच्छी बात है, आप देख सकते हैं कि कई युवा खिलाड़ी इसे देखेंगे और इससे जरूर प्रेरित होंगे. ''
द्रविड़ ने पहली बार 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल में कोहली के साथ खेला था. फिर वे एक साल बाद कोहली उनके वनडे टीम में साथी बन गए. फिर 2011 में कैरेबियाई दौरे पर, वे टेस्ट मैचों के साथी बने. संयोगवश, यह भी देखने को मिला कि जनवरी 2012 में एडिलेड में जब कोहली ने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया तो वहीं पर राहुल द्रविड़ का आखिरी शतक बना था.
द्रविड़ ने कहा-
''विराट का सफर देखना अच्छा लगता है..जब मैं खेल रहा था, वह एक युवा खिलाड़ी था.. और तब मैं टीम में शामिल नहीं था, मैंने बाहर से बहुत प्रशंसा के साथ उसको देखता था कि उसने क्या किया है और उसने क्या हासिल करना जारी रखा है.. और अब पिछले 18 महीनों में उसे कोच के रूप में थोड़ा जानने का मौका मिला तो उसे व्यक्तिगत रूप से भी जाना. यह बहुत मजेदार रहा है.. मैंने वास्तव में इसका आनंद लिया है, मैंने उससे बहुत कुछ सीखा है. इसलिए कई मायनों में मैंने वास्तव में कोहली के साथ का आनंद लिया..और आशा करता हूं कि उसे भी मजा आया होगा."