नई दिल्ली : पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी जावेद मियांदाद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस साल होने वाले आईसीसी विश्वकप 2023 सहित अन्य मुकाबलों के लिए पड़ोसी देश में नहीं जाना चाहिए. जब तक कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड अपनी टीम को पहले उनके देश भेजने के लिए राजी नहीं होता. आईसीसी द्वारा तैयार एकदिवसीय विश्वकप के मसौदा कार्यक्रम के अनुसार पाकिस्तान को बहुप्रतीक्षित मुकाबले में 15 अक्टूबर को अहमदबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत से भिड़ना है.
पाकिस्तान के 66 साल के पूर्व कप्तान मियांदाद का मानना है कि अब भारत की बारी है कि वह पाकिस्तान का दौरा करे. मियांदाद ने कहा कि पाकिस्तान 2012 और यहां तक कि 2016 में भारत गया था. अब भारतीयों की बारी है कि वे यहां आएं. मियांंदाद ने यहां तक कह दिया कि अगर मुझे फैसला करना होता तो वह कभी भी कोई मैच खेलने भारत नहीं जाते. यहां तक कि विश्वकप 2023 भी भारत में नहीं खेलता. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा भारत के साथ खेलने के लिए तैयार रहता है. लेकिन भारत कभी इसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देता हैं.
भारत ने पिछली बार 50 ओवर के एशिया कप के लिए 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था. इसके बाद से दोनों देशों के बीच भू-राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय क्रिकेट रिश्ते निलंबित हैं. मियांदाद का मानना है कि खेलों को राजनीति से नहीं मिलाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह हमेशा से कहते आए हैं कि कोई भी अपना पड़ोसी नहीं चुन सकता है. इसलिए यह बेहतर है कि एक-दूसरे के साथ सहयोग करके रहें. क्रिकेट ऐसा खेल है जो लोगों को करीब लाता है और देशों के बीच गलतफहमी और शिकायतों को दूर कर सकता है. मियांदाद की यह प्रतिक्रिया उस समय आई है, जब पाकिस्तान को आगामी एशिया कप की मेजबानी ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत करने को बाध्य होना पड़ रहा है. जिसमें भारत अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में खेलेगा. भारत के मुखर आलोचक रहे मियांदाद इस फैसले से खुश नहीं हैं.
(पीटीआई भाषा)