नई दिल्ली: भारत के लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने कहा है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज उनकी गेंद को नहीं समझ पाए थे और संदेह होने पर स्वीप या रिवर्स स्वीप खेलते थे. पटेल ने मार्च में इंग्लैंड के साथ हुए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 27 विकेट लिए थे और अब वह अगले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा हैं.
पटेल ने कहा, "अगर इंग्लिश बल्लेबाजों को संदेह होता है, भले ही गेंद स्पिन हो या नहीं, वो बस स्वीप या रिवर्स स्वीप खेलना शुरू कर देते हैं. वो मेरे हाथ की गेंद को पढ़ नहीं पाए थे उसके बजाय उन्होंने यह देखा कि गेंद कहां टप्पा खा रही है."
पटेल ने माना कि रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के रहते बाएं हाथ के किसी अन्य स्पिन ऑलराउंडर के लिए टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल था.
उन्होंने कहा, "मैं नहीं समझता कि मुझमें किसी चीज की कमी थी. दुर्भाग्य से मैं चोटिल हो गया और वनडे टीम से अपनी जगह खो दी. टेस्ट मैचों में रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन अच्छा कर रहे थे. जडेजा काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके चलते किसी दूसरे बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर के लिए जगह बनाना काफी मुश्किल था. कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल भी अच्छा कर रहे थे. टीम संयोजन के चलते मैं बाहर था. जब मुझे मौका मिला, तो मैंने बस खुद को साबित करने की कोशिश की."
27 साल के स्पिनर ने कहा कि वो बाकी गेंदबाजों से अलग है क्योंकि वो गति के साथ गेंदबाजी करते हैं.
पटेल ने कहा, "मैं नहीं समझता कि मैं सभी परिस्थितियों में खेला हूं. ये मेरे प्रदर्शन की निरंतरता पर निर्भर है. मेरी गेंदबाजी दूसरों से अलग है. मैं गति के साथ तेज करने की कोशिश करता हूं. जब भी मैं अनिल कुंबले और अश्विन जैसे सीनियरों से मिलता हूं तो मैं उनसे पूछता हूं कि मैं कैसे खुद को और बेहतर कर सकता हूं."