नई दिल्ली: इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द हंड्रेड टूर्नामेंट के कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड के भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को आगे बढ़ाने के अनुरोध को शायद स्वीकार नहीं करना चाहेगा.
द हंड्रेड का आयोजन 21 जुलाई से होना है और भारत तथा इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज चार अगस्त से होनी है. ईसीबी चाहता है कि इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड के सभी खिलाड़ी उपलब्ध रहें क्योंकि इसमें पहले से ही ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के स्टार खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
ऐसी चर्चा थी कि बीसीसीआई ने ईसीबी से कहा है कि वह टेस्ट सीरीज को 14 सितंबर से पहले तक खत्म कर ले जिससे आईपीएल के शेष मुकाबलों को कराया जा सके.
हालांकि, ईसीबी ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा कि उसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को आगे बढ़ाने का कोई अनुरोध नहीं मिला है.
कोरोना के कारण स्थगित किए गए आईपीएल 2021 के सीजन को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराया जा सकता है.
इस साल के आईपीएल में 31 मैच बाकी हैं और बीसीसीआई टूर्नामेंट को पूरा करने के लिए एक विंडो तलाश रहा है.
हालांकि ईसीबी भारतीय बोर्ड के साथ अपने रिश्ते खराब नहीं करना चाहता. लेकिन इंग्लिश बोर्ड चाहता है कि द हंड्रेड में जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो और सैम करेन जैसे खिलाड़ी उपलब्ध रहे.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा, "बीसीसीआई का अनुरोध ईसीबी को दुविधा में डाल सकता है. वह पावरफूल बोर्ड के साथ अपने रिश्ते खराब नहीं करना चाहता और आईपीएल को कराने के लिए हर संभव मदद करना चाहेगा. इस मौके पर ईसीबी कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं करना चाहेगा."
एथर्टन ने कहा, "कोई भी फैसला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्रभावित कर सकता है. ऐसी उम्मीद है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी द हंड्रेड में खेलेंगे. एक अन्य परेशानी यह भी है कि पांचवें टेस्ट के पहले तीन दिन की टिकट बिक चुकी है. अगर सीरीज को आगे बढ़ाया जाता है तो इससे लॉजिस्टिक परेशानी खड़ी होगी."
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता के कारण विदेशी खिलाड़ियों के द हंड्रेड में शामिल नहीं होने से ईसीबी को इंग्लिश खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में लेना होगा और वह इस कारण टेस्ट सीरीज आगे बढ़ाने के अनुरोध को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं होगा.