क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड की परिस्थितयों से तालमेल बिठाने की जद्दोजहद में लगी भारतीय क्रिकेट टीम के सामने शनिवार से हेग्ले ओवल मैदान पर शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में वापसी की चुनौती मुंह ताके खड़ी है.
वेलिंग्टन में 10 विकेटों से मिली हार के बाद भारत दो मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे है और अब उसके लिए बराबरी ही विकल्प है.
पहले मैच में भारत के लिए कुछ सही नहीं रहा था, सिवाए दो खिलाड़ियों के. मयंक अग्रवाल ने दोनों पारियों में विकेट पर टिकने की कला दिखाई थी और दूसरी पारी में पचास का आंकड़ा भी पार किया था.
इशांत शर्मा का दूसरे टेस्ट में खेलना संदिग्ध
गेंदबाजी में इशांत शर्मा पांच विकेट लेने में सफल रहे, लेकिन टीम का यह सबसे अनुभवी गेंदबाज दूसरे टेस्ट मैच से बाहर हो गया, जिसका कारण टखने में लगी चोट है.
गेंदबाजी में अगर भारत को देखा जाए तो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी दो बेहतरीन गेंदबाज है. इशांत के बाहर होने पर उमेश यादव टीम में आते हैं या नवदीप सैनी को पदार्पण का मौका मिलता है यह मैच के दिन ही पता चलेगा, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के लिए भी यह मैच ज्यादा चुनौतीपूर्ण बन गया है.
इस समय सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के तौर पर मशहूर भारतीय गेंदबाज पहले मैच में असरदार नहीं रह पाए थे. कीवी देश की परिस्थतियां इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है, जहां गेंदबाजों को अलग तरह की काबिलियत चाहिए होती है और वो होती है गेंद को देर तक स्विंग कराने की.
संजय मांजरेकर ने हाल ही में इसका कारण भी बताया था. मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, "क्यों न्यूजीलैंड के गेंदबाज भारतीय गेंदबाजों की अपेक्षा गेंद को स्विंग कराने में सफल रहे? क्योंकि इस तरह के विकेटों पर कलाई के एक कोण की मदद से गेंद को स्विंग कराने की जरूरत होती है. भारत के तीनों तेज गेंदबाज, बेशक यह तीनों शीर्ष स्तर के हैं, लेकिन आउट स्विंग गेंदबाज नहीं हैं."
शमी और बुमराह की सीम बेहतरीन हैं, लेकिन संजय की मानें तो उनके पास गेंद को न्यूजीलैंड में स्विंग कराने की वो काबिलियत नहीं है जो टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट के पास है.
अब दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाज किस तरह से इस चुनौती से निपटते हैं यह देखना होगा.
ईशांत का बाहर जाना भारत के लिए बुरी खबर तो है ही साथ ही नील वेग्नर का कीवी टीम में लौट आना भी कम बुरी खबर नहीं है. बोल्ट, साउदी और वेग्नर घर में कहीं ज्यादा खतरनाक हैं.
बल्लेबाजी की जिम्मेदारी कोहली के कंधों पर
कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों से सुसज्जित भारत का मजबूत बल्लेबाजी क्रम पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 200 का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका था.
हेग्ले ओवल की पिच पर यह बल्लेबाज किस तरह से कीवी तिगड़ी का सामना करते हैं वो भी बड़ा सवाल है और सबसे बड़ा सवाल तो खुद कप्तान कोहली से है, जो पिछली कुल 20 पारियों से शतक नहीं जमा पाए हैं.
इस टीम की बल्लेबाजी कोहली के इर्द-गिर्द ही घूमती है. वही अगर विफल हो जाएं तो टीम के आत्मविश्वास पर चोट लाजमी है.
वेग्नर ने पहले ही कह दिया था कि वह कोहली के पीछे हैं और जल्दी से जल्दी उन्हें आउट करने की फिराक में होंगे.
टीम इंडिया में देखे जा सकते हैं अहम बदलाव
जीत के लिए कोहली टीम में बदलाव कर सकते हैं. ईशांत का बाहर जाना तय हो ही गया है, वहीं ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी बाहर जा सकते हैं और उनके स्थान पर रवींद्र जडेजा को मौका मिल सकता है.
वहीं सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ मैच से दो दिन पहले पैर में सूजन से परेशान थे, लेकिन मैच के एक दिन पहले उन्होंने हेड कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली की निगरानी में नेट्स पर बल्लेबाजी की.
प्लेइंग-XI में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा को शामिल किया जा सकता है.
पहले टेस्ट को जीत के बाद कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन ने कहा था कि इस मजबूत भारतीय टीम को मात देने के लिए आपको कहीं बेहतर और मजबूत होना होता है. जाहिर है कप्तान जानते हैं कि कोहली की टीम कुछ भी कर सकती है इसलिए दूसरे मैच में वो इत्मिनान नहीं रख सकते.
मेजबान टीम हर हाल में अपने विजयी क्रम को जारी रखने की भरसक कोशिश करेगी.
टीमें :
भारत: विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), मयंक अग्रवाल, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), चेतेश्वर पुजारा, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), नवदीप सैनी, इशांत शर्मा, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, हनुमा विहारी, उमेश यादव.
न्यूजीलैंड: केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लंडल (विकेटकीपर), ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, मैट हेनरी, काइल जैमिसन, टॉम लैथम, डार्ली मिशेल, हेनरी निकोलस, एजाज पटेल, टिम साउदी, रॉस टेलर, नील वेग्नर, बीजे वाटलिंग.