क्राइस्टचर्च : भारत ने पहला टेस्ट केवल चार दिनों में 10 विकेट से गंवा दिया और टीम के कोच ने इस हार को टीम के लिए एक 'सबक' बताया है.
हार आपकी मानसिकता को उजागर करता है
रवि शास्त्री ने न्यूजीलैंड के साथ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की पूर्वसंध्या पर कहा, "मैं हमेशा मानता हूं कि जब आप जीत की राह पर होते हो तो इस तरह का शेक-अप (पहला टेस्ट) अच्छा है क्योंकि ये आपकी मानसिकता को उजागर करता है. जब आप हर समय जीतते रहते हो और आपको हार नहीं मिलती तो आपके पास एक बंद या निश्चित मानसिकता बन जाती है.
मुख्य कोच ने कहा, "... सीखने के अवसर हैं. आप जानते हैं कि न्यूजीलैंड क्या रणनीतियां बना रहा हैं और अब आप तैयार हैं, क्या उम्मीद करें और आप इसे कैसे काउंटर करें इस पर आपकी योजनाएं हैं. ये एक अच्छा सबक है और मुझे यकीन है कि लड़के इस चुनौती के लिए तैयार हैं."
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टेस्ट क्रिकेट पहली प्राथमिकता
उन्होंने कहा, "मैं एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट को नहीं आंकूंगा क्योंकि वे पूरी तरह से अलग चीजें हैं. हमारे लिए इस समय सबसे कम प्राथमिकता वनडे क्रिकेट की है इसकी वजह शेड्यूल और अगले दो वर्षों में क्या होने वाला है. हमारा पहला ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर और टी 20 क्रिकेट है.
एक हार से घबराने की जरूरत नहीं
शास्त्री ने कहा, "... हमने आठ मैच (3 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2 बनाम वेस्टइंडीज और 2 बनाम बांग्लादेश और 1 बनाम न्यूजीलैंड) खेले और सात जीते. एक हार की वजह से घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. और न ही उस दिशा में इस टीम में से कोई देख रहा है.''
पहले टेस्ट में कीवी टीम के खिलाफ दस विकेट से मिली हार भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में पहली हार है.