हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह को संन्यास लिए एक साल से ज्यादा समय हो गया है. अपने खेलने के दिनों में युवराज टीम इंडिया के सबसे बड़े स्टार में से एक थे. पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले युवी ने अकेले भारत को कई मैच जिताए थे.
इतना ही नहीं वे दो बार के वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी टीम इंडिया 2007 टी-20 विश्व कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप के बेस्ट खिलाड़ियो में से एक रहे थे. हालांकि विश्व कप के बाद ही उनको कैंसर से ग्रस्त पाया गया था. कई सालों तक चले इलाज के बाद युवी ने फिर से वापसी की थी.
वापसी के बाद युवी ने अपना बेस्ट वनडे स्कोर भी बनाया लेकिन टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके. फिर वे 10 जून 2019 को क्रिकेट से रिटायर हो गए. उन्होंने देश के लिए 304 वनडे, 58 टी-20 और 40 टेस्ट खेले हैं. उसके बाद वे रिटायरमेंट के बाद कई विदेशी लीग खेलते दिखे. हाल ही में युवराज ने अपने रिटायर होने की वजह बताई.
युवी ने कहा, "जब आप जिंदगी में तेज रफ्तार से चल रहे हों तो आपको कई चीजों का आभास नहीं होता और फिर एकाएक आपको लगता है कि, अरे ये क्या हो गया और मैं 2-3 महीनों से घर पर बैठा हूं, जाहिर तौर पर अलग वजहों से. मेरे करियर में वह स्टेज आ गया था जब क्रिकेट मानसिक रूप से मेरी मदद नहीं कर पा रहा था. मैं हमेशा से क्रिकेट खेलना चाहता था लेकिन अब इससे मेरी मदद नहीं हो पा रही थी. मैं खुद को घसीटते हुए सोच रहा था कि मुझे कब रिटायर होना होगा, मुझे रिटायर हो जाना चाहिए? मुझे रिटायर नहीं होना चाहिए, क्या मैं एक और सीजन खेलूं?"