जोहान्सबर्ग: हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेज गेंदबाज वार्नोन फिलेंडर ने कहा कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) में व्याप्त अस्थिरता ने उन्हें अलविदा कहने में बड़ा रोल निभाया है.
साउथ अफ्रीका के एक न्यूज पेपर ने फिलेंडर के हवाले से लिखा है कि, "एक खिलाड़ी के तौर पर आप वहां तक पहुंचते हो जहां आपको लगता है कि अब बहुत हो गया. सीएसए के पिछले प्रशासन ने सिर्फ अपनी तरफ देखा. उन्होंने खिलाड़ियों की चिंता नहीं की."
उन्होंने कहा, "कई चीजें गलत चली गईं और मुझे फैसला लेना पड़ा कि आगे जाने के लिए मेरे लिए क्या सही होगा. मैं 34 साल का हूं और मेरे पास समय है. अगर क्रिकेट प्रशासन में गड़बड़ियां नहीं होती तो मैं और लंबा खेलता."
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, "मेरे लिए पीछे देखना मुश्किल है. मैंने खुले तौर पर कोच से कहा था कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को खेलना चाहिए. उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम सर्वश्रेष्ठ हो, लेकिन वो मेरे और काइल के साथ पूरी तरह से ईमानदार नहीं थे. बंद दरवाजों के पीछे चीजें हो रही थीं."
गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाफ हालि में हुई टेस्ट सीरीज के बाद फिलेंडर ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
आखिरी मैच में फिलैंडर ने पहली पारी में दो विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में उनको एक भी विकेट नहीं मिली. दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 1.3 ओवर ही फेंके और इसके बाद चोट के कारण बाहर जाना पड़ा.
34 साल के फिलेंडर ने अपने करियर में 64 टेस्ट मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 224 विकेट लिए और 1779 रन बनाएं. इस खिलाड़ी ने अपने टेस्ट करियर में 13 बार एक पारी में पांच विकेट और दो बार एक मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया है.