नई दिल्ली: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली भी अंधविश्वास में विश्वास रखते हैं. कोहली ने इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर सिटी के कोच पेप गार्डियोला से इंस्टाग्राम लाइव पर बात करते हुए कहा, "मुझे सफेद जूतों में खेलना पसंद है, खासकर बल्लेबाजी के वक्त. ये मेरे लिए अंधविश्वास सा है."
2008 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण करने वाले कोहली ने कहा, "जब मैं बल्लेबाजी करता हूं तो ये मेरा जोन होता है. ये वो समय है जो मेरे काफी करीब होता है."
![white Shoes is Virat kohli's superstition](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9182676_jhfty.jpg)
कोहली ने गार्डियोला से उनके खेल के दिनों में जूते बदलने के बारे में पूछा. इस पर उन्होंने कहा, "जब मैं खेला करता था तभी जूते काले रंग के हुआ करते थे. अब काले जूते ढूंढ़ना मुश्किल है. एक दिन जब मैं लाल रंग के जूते पहने थे तो सर्वश्रेष्ठ मैनेजर जॉन क्रायफ ने देखा और मुझसे जूतों को बदल काले रंग के जूते पहनने को कहा."
गार्डियोला ने बताया कि कोविड-19 के कारण बिना दर्शकों के खेले जा रहे मैच दोस्ताना मैच की तरह हैं.
उन्होंने कहा, "लोगों के बिना ये पहले जैसा नहीं है. ये दोस्ताना मैचों की तरह हैं. हमें मैच खेलने चाहिए. चीजें रुकनी नहीं चाहिए. हम चाहते हैं जब सब कुछ सुरक्षित हो जाए तो प्रशंसक स्टेडियम में वापस लौटें."
उन्होंने कहा, "उनके बिना ये काफी अलग लगता है. हमें प्रशंसकों की कमी खलती है. बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेलना अजीब सा है."