हैदराबाद : बॉर्डर गावस्कर सीरीज लगातार दूसरी बार जीतना भारतीय टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है. मुख्य खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद बेंच स्ट्रेंथ का सामने आकर लड़ना और जीतना एक बड़ी बात है. आपको बता दें कि गाबा टेस्ट से वॉशिंग्टसन सुंदर और टी नटराजन का टेस्ट डेब्यू हुआ था.
रविचंद्रन अश्विन के चोटिल होने के बाद गाबा टेस्ट के लिए सुंदर को चुना था. अश्विन चोटिल होने के कारण गाबा टेस्ट नहीं खेल सके थे. सुंदर टेस्ट स्क्वॉड में नहीं थे इसलिए वे उसके लिए किसी भी लिहाज से तैयार नहीं थे.
चेन्नई के रहने वाले स्पिनर सुंदर को टी-20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया ले गए थे और टेस्ट टीम में नाम न आने के कारण उनके पास सफेद पैड्स नहीं थे. उनकी किट में सिर्फ कलर्ड पैड्स थे. जब उनको टेस्ट टीम में लिया गया तब उनको सफेद रंद के पैड्स खरीदने पड़े थे.
फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने खुलासा करते हुए इस बात की जानकारी दी थी. टीम और स्टाफ ने उनके लिए सफेद पैड्स जो उनको फिट आ जाएं, खरीदने के लिए काफी जद्दोजहद की थी.
उन्होंने कहा, "मैच शुरू होने के बाद वो सुंदर के लिए सफेद पैड खरीदने के लिए गए थे. हमने कई पैड्स देखे लेकिन लंबे सुंदर के सामने सारे पैड छोटे थे. हमने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से पैड लेने के बारे में सोचा था लेकिन कोविड-19 के कारण उनके पास एक्स्ट्रा नहीं थे. आखिर में हम एक दुकान पर गए जब टेस्ट मैच शुरू भी हो गया था.
गौरतलब है कि साल 2017 से सुंदर को टेस्ट टीम के साथ नेट बॉलर के तौर पर रखा जाता रहा था.