नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज इयान चैपल ने 'अत्यधिक भावनात्मक स्वभाव' का इस्तेमाल सकारात्मक तरीके से करने के लिए भारतीय कप्तान विराट कोहली की तारीफ की.
चैपल ने कहा, 'जब वे पहली बार कप्तान बने, खासकर टेस्ट टीम के तो मुझे लगा कि उनका अत्यधिक भावनात्मक स्वभाव उनकी नेतृत्व क्षमता के लिए हानिकारक हो सकता है. इसके उलट उन्होंने अपनी भावनाओं का इस्तेमाल इस तरह से किया कि वह टीम के खिलाफ नहीं गया.'
उन्होंने कहा, 'ऐसा इसलिए संभव हो सका क्योंकि वह खेल में अपने दृष्टिकोण को लेकर बिलकुल स्पष्ट हैं. कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम की एक और खासियत लगातार अच्छा प्रदर्शन करना रहा है. तीनों फॉर्मेट की अलग-अलग चुनौतियों के बाद भी टीम लगातार जीत दर्ज कर रही है. टीम बहुमुखी प्रतिभा की धनी हो गई है जिससे वह विदेशों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.'
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, 'टीम में इस जीतने वाली मानसिकता का निर्माण करने के लिए तीनों फॉर्मेट के कप्तान कोहली को श्रेय दिया जाना चाहिए. जब एक कप्तान नियमित रूप से सफलतापूर्वक टीम का नेतृत्व करता है खासकर जब हार के जबड़े से टीम को जीत दिलाते हैं तब टीम ये मानने लगती है कि वे चमत्कारी खिलाड़ी हैं.'
आपको बता दें कि जसप्रीत बुमराह (चार ओवर में 12 रन पर तीन विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर भारतीय टीम ने रविवार को बे ओवल मैदान पर खेले गए पांचवें और अंतिम टी-20 मुकाबले में मेजबान न्यूजीलैंड को सात रनों से हराकर पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप हासिल कर ली.
माउंट माउंगानुई में मिली इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया. इस तरह भारत 5 मैचों की किसी द्विपक्षीय टी20 सीरीज के सभी मैच जीतने वाली पहली टीम बन गई है.
न्यूजीलैंड ने इससे पहले अपनी मेजबानी में तीन या उससे अधिक मैचों की द्विपक्षीय टी20 सीरीज के सभी मैच नहीं गंवाए थे. साल 2005 के बाद से अपने घर पर किसी द्विपक्षीय टी20 सीरीज में सभी मैच हारने का वाकया केवल एक बार हुआ, जब फरवरी 2008 में उसे इंग्लैंड ने 2-0 से मात दी.