नई दिल्ली: सौरभ गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद ही कह दिया था कि बोर्ड हर साल चार राष्ट्रों की सीरीज आयोजित करने की कोशिश करेगा, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के अलावा एक और टीम होगी.
बीसीसीआई अधिकारियों ने इस बाबत इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) से मुलाकात भी की लेकिन ऐसा लग रहा है कि गांगुली को ईसीबी और सीए की हां के लिए और इंतजार करना होगा.
इस मामले से संबंध रखने वाले बीसीसीआई के एक सूत्र ने मीडिया से कहा है कि भारतीय बोर्ड अभी भी सीए और ईसीबी से चार राष्ट्रों की सीरीज को लेकर हां का इंतजार है.
सूत्र ने कहा, "हम चार राष्ट्रों की सीरीज के लिए तैयार हैं और हमारे अधिकारियों ने दिसंबर में ईसीबी और जनवरी में सीए के अधिकारियों से बात की है. लेकिन बातचीत को लेकर अगले दौर में ले जाने को लेकर कुछ मुद्दे हैं जिन्हें सुलझाना बहुत जरूरी है. हमें हो सकता है कि थोड़ा बहुत इंतजार करना पड़े."
ईसीबी ने दिसंबर में बीसीसीआई के अधिकारियों से मुलाकात के बाद एक बयान जारी किया था जिसमें कहा था, "हम शीर्ष देशों से लगातार मुलाकात करते रहते हैं और अपने अनुभव साझा करते रहते हैं जो खेल पर प्रभाव डाल सकते हैं. चार राष्ट्रों के टूर्नामेंट की बात बीसीसीआई ने दिसंबर में हुई बैठक में की थी. हम इसे लेकर आईसीसी के अन्य सदस्यों से बात करने को तैयार हैं और देखना चाहते हैं कि यह विचार आगे बढ़ता है या नहीं."
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रोबटर्स ने इसे लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था और कहा था, "मुझे लगता है कि सौरभ गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद यह एक नया विचार है."
वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर का कहना है कि इसके आने से खिलाड़ियों का शेड्युल और मुश्किल हो जाएगा.