नई दिल्ली : जॉर्जिया के शाको बेनटिडिस भारत के दिग्गज कुश्ती खिलाड़ी बजरंग पुनिया के कोच के तौर पर टोक्यो ओलम्पिक-2020 तक बने रहेंगे. शाको पहले भी बजरंग पुनिया के साथ थे लेकिन जेएसडब्ल्यू स्पोटर्स ने उन्हें बजरंग के निजी ट्रेनर के तौर पर जोड़ा था. अब भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने उन्हें बजरंग के कोच के तौर पर बनाए रखा है.
हाल ही में ऐसी खबरें थीं कि बजंरग ने शाको का साथ छोड़ दिया है क्योंकि डब्ल्यूएफआई इससे खुश नहीं है और बजरंग तथा शाको के बीच में भी सबकुछ ठीक नहीं है. लेकिन ओलम्पिक में नौ महीने का समय बचा है, इसे देखते हुए बजरंग ने खुद महासंघ से शाको को बनाए रखने की मांग की जिसे मान लिया गया.
डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर ने आईएएनएस से कहा, "बजरंग ने कहा कि ओलम्पिक में ज्यादा समय नहीं रह गया है इसलिए अगर महासंघ नियुक्त करती है तो यह अच्छा होगा चूंकि उनका करार जेएसडब्ल्यू के साथ था."
शाको का जेएसडब्ल्यू के साथ करार खत्म हो गया था और ऐसी खबरें थी कि क्यूबा के विलफ्रेडो गार्सिया क्विंटाना बजरंग के साथ काम करने लगे हैं, लेकिन इसी बीच बजरंग ने शाको के साथ काम करने का फैसला किया.
तोमर ने कहा, "अध्यक्ष (बृज भूषण शरण सिंह) ने हमसे कहा कि खिलाड़ी जो कह रहे हैं वो किया जाए इसलिए हमने शाको के साथ करार कर लिया। हमने शाको के सामने जो शर्ते रखीं थी उन पर वो राजी हो गए."
शाको और बजरंग दो साल से एक साथ हैं। इस दौरान बजरंग ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. साथ ही वह 65 किलोग्राम भारवर्ग की रैंकिंग में नंबर-1 बने हुए हैं. सितंबर में खेली गई विश्व चैम्पियनशिप में भी बजरंग ने कांस्य अपने नाम किया. बजरंग ओलम्पिक में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद नजर आ रहे हैं.