ढाका: बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली है. शाकिब को ये धमकी कट्टरपंथी व्यक्ति से कोलकाता में काली पूजा में शामिल होने पर मिली है. इसके बाद अब दिग्गज ऑलराउंडर ने इसके लिए माफी भी मांगी है.
शाकिब ने माफी मांगते हुए कहा, "तो फिर, शायद मुझे उस जगह पर नहीं जाना चाहिए था. और अगर ऐसा है तो आप मेरे खिलाफ हैं और इसके लिए मुझे बहुत खेद है. मैं ये सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा कि ऐसा फिर कभी ना हो."
शाकिब काली पूजा के उद्घाटन के लिए गुरुवार को कोलकाता पहुंचे थे. उन्हें मूर्ति के सामने पूजा करते हुए देखा गया था. बाद में शुक्रवार को वो बांग्लादेश लौट आए थे.
शाकिब ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपने से जुड़े दो विवादों पर बात की है और सोशल मीडिया पर हो रही अपनी आलोचनाओं के लिए माफी भी मांगी है.
उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें है कि मैं वहां समारोह का उद्घाटन करने गया था. लेकिन मैं ऐसा करने के लिए वहां नहीं गया था और ना ही मैंने वहां ऐसा कुछ किया था. आप आसानी से इसे चेक कर सकते हैं. एक जागरूक मुस्लिम होने के नाते मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा."
ऑलराउंडर ने कहा, "स्पष्ट रूप से मामला बहुत ही संवेदनशील है. मैं ये कहना चाहता हूं कि मैं खुद को एक 'गर्वित मुस्लिम' के रूप में मानता हूं और जिसका मैं पालन करता हूं. गलतियां हो सकती हैं..अगर मैंने कोई गलती की है, तो इसके लिए मैं आप सबसे माफी मांगता हूं."
33 वर्षीय क्रिकेटर ने आगे कहा कि जब वो वहां पहुंचे थे, तो उससे पहले से ही समारोह शुरू हो चुका था और उन्होंने वहां पर केवल समय गुजारा था.
शाकिब पर आरोप है कि भारत जाते समय बेनापोल इंटरनेशनल चेकप्वाइंट पर उन्होंने एक फैन का मोबाइल फोन भी तोड़ दिया था. हालांकि शाकिब ने अब खुद इस पर सफाई दी है.
बेनापोल के रहने वाले मोहम्मद सेक्टर ने दावा करते हुए कहा, "मैं शाकिब अल हसन का फैन हूं और मैंने कभी उन्हें सामने से नहीं देखा था. लेकिन उस दिन बेनापोल चेकप्वाइंट पर जब मैंने उन्हें देखा, तो मैं खुद को नियंत्रित नहीं कर सका."
मोहम्मद ने कहा, "क्या उनके साथ सेल्फी लेना अपराध है? उन्होंने मेरा फोन जब्त कर लिया और जमकर हंगामा किया. नतीजतन, मेरा फोन अब टूट गया है और ये काम भी नहीं कर रहा है."
हालांकि शाकिब का कहना है कि ये घटना अंजाने में हुआ है.
बांग्लादेशी क्रिकेटर ने कहा, "इस वीडियो का उद्देश्य आपके सामने दो मामलों को स्पष्ट करना है. पहला फोन तोड़ने के बारे में है.. मैंने कभी फोन तोड़ने की कोशिश नहीं की. मैं केवल स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करते हुए खुद को (दूसरों से) दूर रखने और सुरक्षित दूरी पर रखने की कोशिश कर रहा था."
शाकिब ने कहा, "एक व्यक्ति मेरे पास आकर सेल्फी लेना चाहता था. जब मैंने उसे दूर धकेलने का प्रयास किया, तो मेरा हाथ उनके फोन से लग गया और फोन नीचे गिर गया. हो सकता है कि वो टूट गया हो और अगर ऐसा है तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं. मुझे लगता है कि उन्हें भी सतर्क रहना चाहिए था."
गौरतलब है कि शाकिब को फेसबुक लाइव पर एक शख्स ने जान से मारने की धमकी दी थी. सिलहट के शाहपुर तालुकदर में रहने वाले मोहसिन तालुकदर ने रविवार को 12.06 मिनट पर फेसबुक लाइव पर कहा कि शाकिब अल हसन का व्यवहार मुस्लमानों को परेशान कर रहा है.
इस शख्स ने शाकिब के टुकड़े करने की धमकी दी. इस युवक ने ये भी कहा कि वो सिलहट से ढाका जाएगा, यदि शाकिब को मारने के लिए इसकी जरूरत पड़ी.
हालांकि बाद में वो व्यक्ति फिर से फेसबुक लाइव आया और उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी. लेकिन अब दोनों वीडियो फेसबुक से हट चुका है.