दुबई : सनराइजर्स हैदराबाद के ऑलराउंडर विजय शंकर ने कहा कि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच को अपने लिए करो या मरो की तरह लिया था और वह जानते थे कि बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करने पर ही वह टीम के अंतिम एकादश में अपना स्थान बचा सकते हैं.
मनीष पांडे (नाबाद 83) और शंकर (नाबाद 52) के बीच तीसरे विकेट के लिए 140 रन की अटूट साझेदारी की मदद से सनराइजर्स ने रॉयल्स के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की. इससे उसके 10 मैचों में आठ अंक हो गए हैं और पांचवें स्थान पर पहुंच गया है.
शंकर ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अगर मैं व्यक्तिगत तौर पर बात करूं तो यह मेरे लिए करो या मरो जैसा मैच था. मैं इस मैच को इसी तरह से ले रहा था. मैं बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था और इसलिए मुझे इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करना था. दुर्भाग्य से कहो या सौभाग्य से हमने शुरू में दो विकेट गंवा दिए और ऐसे में टीम ने मुझे ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए भेज दिया."
गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन करने वाले शंकर ने कहा कि टीम को पिछले दो मैचों में भी जीत दर्ज करनी चाहिए थी.
उन्होंने कहा, "हमने अंतिम क्षणों में वे मैच गंवाए. इस तरह की जीत से टीम के हर सदस्य का मनोबल बढ़ेगा. हम बाकी मैच जीतकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें बरकरार रख सकते हैं."
शंकर ने कहा कि सनराइजर्स के दो विकेट गंवाने के बाद उनकी योजना लंबी साझेदारी निभाने की थी.
उन्होंने कहा, "मनीष वास्तव में शुरू में गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा था. मैंने असल में इस पारी से पहले इतनी अधिक गेंदों का सामना नहीं किया था. मैंने इस पारी से पहले केवल 18 गेंदें खेली थी इसलिए मेरे लिए उसका अहसास महत्वपूर्ण था. (जोफ्रा) आर्चर तेज गेंदबाजी कर रहा था और इसलिए मेरे लिए विकेट पर टिके रहना महत्वपूर्ण था."