मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने बताया है कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जैफ्री बॉयकॉट की एक टिप्पणी ने उनके पिता व भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी को नाराज कर दिया था.
सैफ ने कहा, "बॉयकाट जिन्हें मैं काफी मानता था, उन्होंने एक दिन मुझे काफी गुस्सा दिला दिया. उन्होंने मुझसे कहा, मैंने तुम्हारे पिता के बारे में सुना है, एक आंख से टेस्ट क्रिकेट खेलना मुमकिन नहीं है."
सैफ ने हाल ही में एक न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "मैंने उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है कि मेरे पिता झूठ बोल रहे हैं तो उन्होंने कहा हां मुझे लगता है कि वह कहानी बना रहे हैं."
सैफ ने बताया, "मैंने अपने पिता से यह बात कही और वह काफी गुस्सा हो गए. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं दो आंखों से खेलता था तब बहुत अच्छा खेलता था और एक आंख से खेलता हूं तो अच्छा खेलता हूं. मैंने अपने पिता से सिर्फ यही एक घमंड वाली बात सुनी है."
मंसूर अली खान पटौदी को भारत के महान क्रिकेट कप्तानों में गिना जाता है. उन्होंने 21 साल की उम्र में कप्तानी संभाली थी. कार दुर्घटना में वह चोटिल हो गए थे और उनकी दाई आंख में चोट आई थी जिससे दिखना बंद हो गया था.
उन्होंने देश के लिए 46 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 40 में टीम की कप्तानी की. अपनी कप्तानी में वह नौ टेस्ट मैच जीतने में सफल रहे.
नवाब पटौदी ने भारत के लिए 46 टेस्ट मैचों में 6 शतक और 16 अर्धशतक की मदद से 2793 रन बनाए. इस दौरान नाबाद 203 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर था. फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 310 मैच खेले और 15425 रन बनाए. इसमें 33 शतक और 75 अर्धशतक शामिल हैं.
सैफ ने कहा, "अगर वह टूर नहीं करना चाहते थे तो वह कह देते थे कि वह उपलब्ध नहीं हैं. वह कहते थे कि यह खेल है और उनकी 60 के दशक में खेल से दिलचस्पी जा रही है क्योंकि उन्हें लगता था कि बहुत अधिक क्रिकेट खेली जा रही है."