मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर लालचंद राजपूत ने टीम इंडिया के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन दिया है. लालचंद फिलहाल जिम्बाब्वे के कोच हैं, लेकिन टीम को आईसीसी ने प्रतिबंधित कर दिया है.
लालचंद 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2008 में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर सीबी सीरीज जीतने वाली टीम के मैनेजर थे. उनके अलावा भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रॉबिन सिंह ने मुख्य कोच और प्रवीण आमरे ने बल्लेबाजी कोच के लिए आवेदन किया है.
लालचंद राजपूत का क्रिकेट करियर
मुंबई के पूर्व सलामी बल्लेबाज राजपूत ने भारत का भी प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने 1985 से 1987 के बीच भारतीय टीम की ओर से 2 टेस्ट और 4 वनडे मैच खेले थे. इसके अलावा उनके नाम 110 फर्स्ट क्लास मैच भी दर्ज है जिसमें उन्होंने 49 की औसत से 7988 रन बनाए थे.
कोचिंग में भी है अनुभव
राजपूत को कोचिंग को अच्छा खासा अनुभव है उन्होंने अफगानिस्तान के अलावा असम को कोचिंग दी है जबकि दो साल के लिए टी20 मुंबई लीग की टीम के भी कोच रहे हैं.
शास्त्री का ऐसा रहा है कोचिंग करियर
शास्त्री 2014 से 2016 तक भारतीय टीम के निदेशक रहे थे. 2017 में अनिल कुंबले के पद से हटने के बाद उन्हें टीम का मुख्य कोच बनाया गया था. कुंबले ने एक वर्ष तक कोच रहने के बाद कप्तान कोहली के साथ अपने अस्थिर संबंधों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था.
शास्त्री के तीन साल के कार्य काल में भारतीय टीम ने कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता. 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गई थी.
शास्त्री भारतीय टीम के नंबर चार की समस्या को भी अभी तक खत्म नहीं कर पाये. ये ही भारतीय टीम के विश्व कप ना जीत पाने की मुख्य वजह रही.
विराट चाहते है शास्त्री ही रहे भारतीय टीम के कोच
इससे पहले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ये पहले ही साफ कर चुके है कि वह और टीम के अन्य खिलाड़ी शास्त्री को ही फिर से कोच बनना देखना चाहते है.कोहली ने भारत के वेस्ट इंडीज दौरे पर रवाना होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अगर रवि शास्त्री दोबारा कोच बनते हैं तो उन्हें काफी खुशी होगी. भारतीय टीम के कोच पद के लिए इंटरव्यू किया जाएगा उस समय 57 वर्षीय शास्त्री वेस्ट इंडीज में होंगे और वह विडियो कॉल के जरिए इसमें शामिल होंगे.
आपको बता दे कि भारतीय टीम के कोच पद समेत बाकी सपोर्ट स्टाफ के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 30 जुलाई थी. इस डेडलाइन से ठीक पहले लालचंद राजपूत ने भी अपना नाम बीसीसीआई तक पहुंचा दिया. राजपूत की किस्मत का फैसला अब कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी की कमेटी को करना है.