सिडनी : भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि टीम ने ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू कर रहे विल पुकोवस्की को टीम ने शॉर्ट गेंद करने की योजना बनाई थी, क्योंकि इतिहास में बल्लेबाज अकसर शॉर्ट पिच डिलीवरी पर परेशान होते दिखे हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर भारत के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार का अंत दो विकेट के नुकसान पर 166 रनों के साथ किया. स्टंपस की घोषणा तक मार्नस लाबुशैन 67 और स्टीव स्मिथ 31 रन बनाकर नाबाद हैं.
ऑस्ट्रेलिया के लिए लाबुशैन के अलावा पदार्पण कर रहे विल पुकोवस्की ने अर्धशतकीय पारी खेली. उन्हें हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने तीन जीवनदान दिए, जिसका युवा बल्लेबाज ने भरपूर फायदा उठाया.
सीराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "जब हमने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ प्रैक्टिस मैच खेला था, तब हमने पुकोवस्की को शॉट गेंद डाली थी, तब भी हमने देखा था कि वे इन गेंदों को छोड़ने के बजाए खेलने की कोशिश कर रहा है. इसलिए योजना उसे बाउंसर से हैरान करने की थी. हालांकि हमारा मेन फोक्स उनको अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करना था."
सिराज ने भारत को चौथे ही ओवर में डेविड वॉर्नर को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई थी. वॉर्नर दूसरे वनडे के दौरान ही चोटिल होने के कारण बाकी के मैच नहीं खेल पाए थे. इसी मैच से उनकी वापसी हुई थी लेकिन वे बड़ा स्कोर करने में नाकामयाब रहे. वे केवल 5 रन ही बना पाए.
वहीं, आज का मैच शुरु होने से पहले जब राष्ट्रगान बजा तो मोहम्मद सिराज भावुक हो गए थे. अपने दूसरा दूसरे टेस्ट खेल रहे सिराज ने मेलबर्न में अपना डेब्यू किया था. ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ही उनके पिता का निधन हो गया था लेकिन वह लौटकर भारत नहीं आए.
सिराज ने कहा, "उस समय पिता की याद आ गयी. मैं बहुत भावुक था. वह मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे. काश वह मुझे भारत के लिए खेलते हुए देख पाते."
इसके अलावा सिराज ने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन को अच्छा आउटस्विंगर विकसित करने में मदद करने का श्रेय दिया. विकेटकीपर ऋषभ पंत ने दो कैच ड्रॉप किए, लेकिन सिराज ने कहा कि गेंदबाज इस बात से ज्यादा परेशान नहीं हो सकते क्योंकि उसे अगली गेंद करने पर ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, "लॉकडाउन के दौरान मैंने अपने आउटस्विंगर को विकसित करने पर बहुत काम किया, मैंने आईपीएल 2020 के दौरान इस बारे में डेल स्टेन से भी बात की, उन्होंने मेरी मदद की और अब मैं आउटस्विंगर गेंद डाल सकता हूं. टेस्ट क्रिकेट आपके धैर्य के बारे में हैं. गेंदबाजों का धैर्य की यहां परीक्षा होती है, हमें इस हिसाब से ढलना पड़ता है और सही जगह पर गेंदबाजी करनी होती है."