मुंबई: भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने कहा है कि घरेलू क्रिकेट में रन बनाने के बाद सौरव गांगुली ने उन्हें कुछ ऐसा करने की सलाह दी थी जिससे दूसरे लोग पटेल को नोटिस करें. गांगुली की कप्तानी में ही पटेल ने काफी कम उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था.
पटेल ने यूट्यूब शो में बताया, "मैं घेरलू क्रिकेट में काफी सारे रन कर रहा था. एक बार गांगुली मुझे एयरपोर्ट पर मिल गए उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरा सीजन कैसा रहा तो मैंने कहा कि इस सीजन मैंने 700 रन बनाए हैं. उन्होंने इस पर कहा ये तो तू हर साल करता है कुछ ऐसा कर की ज्यादा नोटिस हो. या तो 1000 रन कर और टीम को ट्रॉफी दिला ताकि लोग तुझे नोटिस करें."
यही कारण है कि पटेल ने अभी भी भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है.
पटेल ने कहा, "यह मैदान पर रहने और इस माहौल में रहने का जुनून है. यह अपने आप में बड़ी प्ररेणा है. मैं चाहे आईपीएल खेल रहा हूं या टेस्ट क्रिकेट या रणजी ट्रॉफी या क्लब का मैच. मैं मैदान पर रहना पसंद करता हूं. मेरे अंदर भूख अभी भी बाकी है."
इससे पहले पार्थिव पटेल ने आरपी सिंह के साथ इंस्टाग्राम लाइव में कहा था कि 2007-08 में उन्हें ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर नहीं चुना गया था तो वह सबसे ज्यादा निराश हुए थे. उन्होंने कहा कि उस वक्त महेंद्र सिंह धोनी का बतौर विकेटकीपर आना तय था, लेकिन मुझे दूसरे विकेटकीपर के तौर पर चुने जाने की उम्मीद थी.
पार्थिव ने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उस वक्त उनकी उम्र महज 17 साल 153 दिन थी. वह उस समय सबसे युवा विकेटकीपर थे. उन्होंने भारत के लिए 25 टेस्ट और 38 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं.
बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी के संन्यास की लगातार अटकलें चल रही हों. लेकिन दूसरी ओर भारतीय टीम में इस एक स्थान के लिए संघर्ष लगातार कड़ा होता जा रहा है.
टेस्ट, वनडे और टी20 में ऋद्धिमान साहा, ऋषभ पंत और केएल राहुल के बीच में ही विकेटकीपर की जगह के लिए संघर्ष जारी है.