कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों ने कहा कि जब क्रिकेट बोर्ड का अनुशासनात्मक पैनल उमर अकमल को लेकर जल्द ही अपना विस्तृत फैसला सुनाएगा तो उनके प्रतिबंध का कुछ हिस्सा निलंबित हो सकता है.
पीसबी ने उमर पर भ्रष्ट संपर्क की जानकारी नहीं देने के लिए तीन साल का प्रतिबंध लगाया है.
सोमवार को लाहौर में पैनल की एक घंटे तक चली सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) मिरान चोहान ने यह फैसला सुनाया था. उमर स्वयं सुनवाई के लिए पहुंचे थे.
सूत्रों ने मीडिया से कहा, "लोग तीन साल के प्रतिबंध को लेकर सीधे नतीजों पर पहुंच गए लेकिन अभी विस्तृत फैसला नहीं आया है. उमर पर तीन साल का प्रतिबंध लग सकता है लेकिन इसमें दो साल या ऐसा ही कुछ निलंबित प्रतिबंध शामिल हो सकता है."
उन्होंने कहा कि इसकी पूरी संभावना है क्योंकि उमर पर भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने जिन नियमों के तहत आरोप तय किए उसे देखते हुए जज तीन साल के प्रतिबंध के अधिकतर हिस्से को निलंबित रख सकते हैं.
बता दें कि उमर अकमल पर यह प्रतिबंध उन्हें दिए गए फिक्सिंग के एक प्रस्ताव की जानकारी बोर्ड को नहीं देने पर लगाया गया है. यह प्रस्ताव उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के पांचवें संस्करण के शुरू होने से पहले दिया गया था.
पीसीबी के भ्रष्टाचार निरोधक संहिता की धारा 2.4.4 के तहत यह अनिवार्य है कि किसी खिलाड़ी को फिक्सिंग का कोई प्रस्ताव मिले तो वह बिना देर किए इसकी जानकारी बोर्ड को दे. ऐसा नहीं करने पर सजा का प्रावधान है.
पीसीबी ने इस मामले में उमर अकमल को 20 फरवरी को पाकिस्तान सुपर लीग के 2020 सत्र के पहले मैच से ठीक पूर्व तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. पीएसएल में क्वेटा ग्लैडिएटर्स की तरफ से भाग लेने से भी रोक दिया गया था.
उन्हें पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के दो प्रावधानों के उल्लंघन का आरोपी पाया गया था. उमर ने नोटिस का जवाब देते हुए भ्रष्टाचार रोधी अधिकरण में अपील नहीं करने की बात कही थी.
उमर ने पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी बार अक्टूबर में खेला था. वह 16 टेस्ट, 121 वनडे, 84 टी20 मैच खेलकर क्रमश: 1003, 3194, 1690 रन बना चुके हैं. अपने करियर की प्रभावी शुरूआत करने वाले अकमल की अक्सर प्रशासकों से ठनती रही है.