ब्रिस्बेन [ऑस्ट्रेलिया] : मंगलवार को भारत के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से हारने के बाद, ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि किसी को भी कभी भी भारतीय क्रिकेट टीम को कम नहीं आंकना चाहिए.
मंगलवार को, ऑस्ट्रेलिया का किला - द गाबा - आखिरकार फतेह हुआ. 32 साल और दो महीने लग गए, लेकिन लगातार इंजरी से जुझ रही भारतीय टीम ने अंतिम टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से अपने नाम कर ली.
ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने भी गाबा टेस्ट के अंतिम दिन मैच जीतने के लिए ऋषभ पंत की सराहना की. पंत और शुभमन गिल ने 89 और 91 की पारी खेली, जिसके चलते भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर तीन विकेट से जीत दर्ज की.
लैंगर ने कहा, "ये एक अविश्वसनीय टेस्ट सीरीज थी, जिसमें एक विजेता है और एक हारा चुका है. लेकिन आखिर में टेस्ट क्रिकेट की विजय हुई है. यह हमें बड़ा नुकसान पहुंचाएगा. भारतीय पूर्ण श्रेय के हकदार हैं, वो शानदार थे. हम बहुत कुछ सीखेंगे. ये एक अद्भुत प्रयास है, पंत की पारी ने मुझे हेडिंग्ले में वास्तव में बेन स्टोक्स की याद दिला दी. वो मैदान में आया, वो निडर था और उसके लिए उसकी सराहना की जाएगी."
लैंगर ने कहा, "युवा शुभमन गिल ने भी अच्छी बल्लेबाजी की. उनके युवा गेंदबाजी आक्रमण ने हमें पूरे खेल में दबाव में रखा. भारत को इसका पूरे श्रेय जाता है. अब मैं कभी बी किसी भी चीज को कम नहीं आकूंगा. कभी भी भारतीयों को कम मत समझिए. भारत में 1.5 बिलियन [लोग] हैं और उसमें से आप खेलते सीनियर टीम में, आपको वास्तव में कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है. मैं भारत की सराहना करने से रूक नहीं सकता."
पिछली बार एक मेहमान टीम ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड से विजयी होकर नवंबर 1988 में वापस आई थी जब विव रिचर्ड्स के नेतृत्व में शक्तिशाली वेस्टइंडीज ने एलन बॉर्डर की टीम को 9 विकेट से हराया था.
बायो बबल प्रतिबंधों के कारण - ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए भारतीय टीम की और भी सराहना बनती है.