कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) 2023 से 2031 के बीच होने वाली आईसीसी प्रतियोगिताओं में बोली लगाने की कोशिश करेगा और वह इनमें से कम से कम एक या दो हासिल करने की उम्मीद कर रहा है.
संयुक्त रूप से बोली लगाने के बारे में सोचा है
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन एहसान ने पीसीबी पोडकास्ट में कहा, ''हमने छह में से पांच प्रतियोगिताओं की मेजबानी की इच्छा व्यक्त की थी और सच कहूं तो संभावना है कि हमें एक या दो से ज्यादा नहीं मिलें लेकिन हमने इसके लिए एक अन्य देश के साथ संयुक्त रूप से बोली लगाने के बारे में सोचा है.''
उन्होंने कहा, ''मैंने एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के साथ बात शुरू कर दी है ताकि एक साथ बोली लगाने से मेजबानी का मौका बढ़ जाएगा लेकिन इसके लिए सहयोग की जरूरत है.''
मैच फिक्सिंग को अपराध की श्रेणी में लाने के लिए कानून
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने क्रिकेट में मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग को अपराध की श्रेणी में लाने के लिए सरकार से कानून बनाने का आग्रह किया है.
पीसीबी अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि फिलहाल उनके पास भ्रष्टाचार के मामलों की गहन जांच के लिए गवाहों को बुलाने या बैंक खाते जांचने का वैधानिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि पीसीबी उस प्रक्रिया को करीब से समझ रहा है जिसे श्रीलंका के क्रिकेट बोर्ड ने मैच फिक्सरों के खिलाफ कानून बनाने के दौरान अपनाया था.
पीसीबी अध्यक्ष एहसान मनी ने मंगलवार को कहा, ''मैं पहले ही सरकार से इस बारे में बात कर चुका हूं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसे क्रिकेट खेलने वाले देश पहले ही मैच फिक्सिंग को आपराधिक मामला बनाने से जुड़ा कानून बना चुके हैं.''