मुंबई: वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी 20 इंटरनेशनल में 56 गेंदो में 91 रन बनाने वाले भारत के युवा बल्लेबाज के एल राहुल ने कहा कि वे देश के लिए मैच जीतना चाहते हैं और बीच में बल्लेबाजी का आनंद लेना चाहते हैं.
मैच के बाद हुए संवादाता सम्मेलन में राहुल ने कहा, 'मैं उस स्टेज में नहीं हूं जहां मुझे इस बात की चिंता है कि क्या मैं खुद को अगले टूर्नामेंट में खेल पाऊंगा या नहीं. मैं अपनी टीम के लिए खेल जीतना चाहता हूं और उसी बीच अपनी बल्लेबाजी का आनंद लेता हूं.'
सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा, 'वे वानखेड़े स्टेडियम में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं क्योंकि पिच उछाल और गति प्रदान करती है जिससे बल्लेबाजों के लिए तेज गति से रन बनाना आसान हो जाता है. ये एक ऐसा मैदान है, जहां हमें अपने शॉट्स खुलकर खेलने को मिलते हैं.'
आपको बता दें कि टी20 में पहले बल्लेबाजी कर जीत हासिल करने में भारत का रिकॉर्ड काफी खराब है. इसपर राहुल का कहना है कि टीम उस रिकॉर्ड को सुधारने पर काम कर रही है.
राहुल को 56 गेंदों पर 91 रनों की बेहतरीन पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच से सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों के लिए खेल में वापसी करना कभी आसान नहीं होता है क्योंकि हर खेल में उनके ऊपर दबाव होता है.'
राहुल ने कहा, 'टीम में आना और बाहर जाना किसी भी खिलाड़ी के लिए कभी आसान नहीं होता है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के दबाव को झेलने को लिए आपको थोड़ा वक्त चाहिए होता है. और ऐसा प्रतिद्वंदी नहीं है जिसके खिलाफ आप मैदान पर आकर रन बनाने लगते हैं. मेरे लिए उस लय में रहना महत्वपूर्ण है.'