पुणे : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आज पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन में 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में का पहला टेस्ट मैच खेला गया. जहां भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने प्रेस से बातचीत की.
पुजारा ने स्लेजिंग पर कहा, "एक बल्लेबाज होने के चलते मैं ये कह सकता हूं कि वो मेरा ध्यान भंग करना चाहते थे. न सिर्फ टीम बल्कि कोई भी खिलाड़ी अगर कॉमेंट पास करता है तो वो बल्लेबाज का ध्यान भंग करना चाहता है. मैं कोशिश करता हूं कि मै उन पर ध्यान न दूं. अगर एक बल्लेबाज अपने जोन में होता है तो वो शायद ही किसी और खिलाड़ी की कही बात पर ध्यान दे सकता है क्योंकि आपका ध्यान अपनी बल्लेबाजी पर होता है, आप अपने साथी बल्लेबाज से गेम प्लान की चर्चा करना चाहते हो इसलिए अपने जोन में रहने से आप कई बार उनकी स्लेजिंग पर ध्यान नहीं देते हैं."
पुजारा ने आगे कहा, "दिन की शुरूआत में स्पिन को मदद नहीं मिल रही थी तो हमने सोचा की हम स्पिनर्स के खिलाफ जितने हो सके उतने रन बना लें लेकिन बाद में खासकर दूसरे सत्र में थोड़ी टर्न मिलने लग गई तो हमे थोड़ा संभल कर खेलना पड़ा. गेम प्लान यहीं था कि जब स्पिनर्स को पिच से मदद नहीं मिल रहीं थी तो हम जितने हो सके उतने रन बना लें."
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पुजारा ने मयंक के बारे में कहा, "वो काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं उनके फर्स्ट क्लास में काफी रन है जो मदद करते हैं और मयंक के लिए 'नर्वस नाइंटीज' जैसा कुछ भी नहीं है. फर्स्ट क्लास में इतने सारे रन होने की वजह से उनको बड़ा स्कोर करना आता है. मयंक जैसे ही शतक जड़ते है, जैसा की हमने पहले भी देखा है, तब वो बड़े स्कोर की तरफ जाते हैं. उनमें ये आदत फर्स्ट क्लास क्रिकेट से आई है. मुझे उन्हें ज्यादा बताना नहीं पड़ता. हम सिर्फ गेम प्लान की बात करते हैं और अगर उनसे कोई गलती होती है तो में उनसे यही कहता हूं कि वो शरीर के पास खेलें. इसके अलावा वो काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और मुझे उन्हें गाइड नहीं करना पड़ता. उनके पास काफी अनुभव है और वो काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे है."