काठमांडू: नेपाल की राजधानी काठमांडू (कीर्तिपुर) में नेपाल और संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के बीच वनडे मैच खेला गया. अमेरिकी टीम यहां मात्र 35 रन पर ऑल आउट हो गई, जो वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा टोटल है. इस वजह से 50-50 ओवर का ये मैच मात्र 17.2 ओवर में ही पूरा हो गया.
वनडे क्रिकेट इतिहास में ये दूसरा मौका था जब कोई टीम सिर्फ 35 रन पर ही ढेर हो गई हो. अमेरिका से पहले जिम्बाब्वे की टीम साल 2004 में श्रीलंका के खिलाफ इतने ही स्कोर पर ऑल आउट हुई थी.
अब अमेरिका और जिम्बाब्वे वनडे क्रिकेट में सबसे कम स्कोर बनाने के मामले में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं. नेपाल और अमेरिका के बीच क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2 श्रेणी के तहत ये मैच खेला गया.
यहां मेजबान नेपाल ने टॉस जीतकर मेहमान अमेरिका को पहले बैटिंग का निमंत्रण दिया. लेकिन अमेरिकी टीम यहां पूरी तरह फेल साबित हुई.
अमेरिकी टीम ने नेपाल के लेग स्पिनर संदीप लामिछाने के सामने पूरी तरह समर्पण कर दिया. संदीप ने 6 ओवर फेंककर 1 मेडन के साथ 16 रन खर्च किए और उन्होंने 6 विकेट अपने नाम किए.
वनडे इतिहास में ये उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. संदीप के अलावा शेष 4 विकेट लेफ्ट आर्म स्पिनर सुषान बिहारी (4/5) ने अपने नाम किए.
दूसरे ओवर से उसका पहला विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ तो उसने रुकने का नाम ही नहीं लिया और 12 ओवर होने तक अमेरिकी टीम मात्र 35 रन बनाकर ऑल आउट हो गई.
अमेरिकी टीम का सिर्फ एक बल्लेबाज जेवियर मार्शल (16) दहाई का आंकड़ा छू पाए, जबकि कप्तान समेत उसके 4 बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल पाए.
नेपाल की टीम ने ये आसान जीत 268 गेंदें शेष रहते हुए अपने नाम दर्ज की है. वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा गेंदें शेष रहते हुए जीत दर्ज करने के मामले में ये चौथी सबसे बड़ी जीत है.
सबसे ज्यादा बॉल शेष रहते हुए वनडे जीत का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है. इंग्लैंड ने मैनचेस्टर के मैदान पर 13 जून 1979 में कनाडा के खिलाफ 277 बॉल शेष रहते हुए जीत (टारगेट 46 रन) अपने नाम की थी.