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मुरली विजय ने 'दादा' से लगाई गुहार, जरा हमारी भी सुनो 'सरकार'

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Published : Dec 12, 2019, 3:33 PM IST

सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने ये उम्मीद जाताई है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली अपने कार्यकाल में खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया में कुछ अहम बदलाव करेंगे.

Murali Vijay
Murali Vijay

हैदराबाद: भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को उम्मीद है कि नए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली उनके जैसे नज़रअंदाज़ किए गए खिलाड़ियों की वापसी की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएंगे.

विजय आखिरी बार भारत के लिए पर्थ 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे. विजय ने विशेष रूप से भारत ए और दलीप ट्रॉफी की टीमों से बाहर किए जाने पर नराजगी जाहिर की है, जिसने उनके राष्ट्रीय टीम में फिर से प्रवेश पाने की राह को और भी मुश्किल बना दिया है.

विजय ने कहा,"सौरव के साथ मुझे उम्मीद है कि चीजें बदल जाएंगी. वो अपने करियर में इस दौर से गुजर चुके हैं और वो मजबूती से टीम में वापस आए थे. इस स्थिति में एक क्रिकेटर की भावनाओं के बारे में वो सब जानते हैं."

मुरली विजय
मुरली विजय

विजय ने आगे कहा,"मैं सौरव के कार्यकाल का इंतजार कर रहा हूं. वो एक खिलाड़ी है. वो एक मजबूत व्यक्तित्व है और मुझे उम्मीद है कि वो क्रिकेटरों के बेहतर प्रदर्शन करने के लिए एक प्रक्रिया लाएगें."

विजय के अनुसार, खिलाड़ी एक जंगल में खत्म हो जाते हैं अगर उनको वो सही प्लेटफार्म नहीं मिलता जो राष्ट्रीय टीम में उनके चयन की संभावना को बढ़ा सकता है.

उन्होंने कहा,"ये बिल्कुल मेरी राय है. मैं सिर्फ अपने बारे में बात नहीं कर रहा हूं. मैं उन क्रिकेटरों के बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें छोड़ दिया गया है. उनके पास वापसी करने के लिए एक मंच होना चाहिए. ये एक कट और चौप वाला काम नहीं होना चाहिए जो खिलाड़ियों को जंगल में छोड़ देता है. ये निगलने के लिए एक कड़वी गोली की तरह है कि जब आप जानते हैं कि आप उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन एक स्तर नीचे खेल रहे हैं."

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली

पिछले 2 वर्षों में अपने घरेलू मैदान पर 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ 105 स्कोर करने के अलावा, विजय ने 15 टेस्ट पारियों में 46 का स्कोर पार करने में असफल रहे हैं. ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद के खिलाफ अपनी साउंड तकनीक के लिए जाने-जाने वाले विजय की किस्मत ने विशेष रूप से भारत के अंतिम दौरे के दौरान करवट बदली जब उन्होंने निराशाजनक प्रर्दशन किया. उन्होंने 2018 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 4 टेस्ट में 3 'डक' के साथ मात्र 20 रन जोड़े. इसके बाद, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में तीसरे टेस्ट से पहले प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया और उसके बाद से वापस नहीं बुलाया गया.

बल्ले से रन नहीं बना पाने की वजह से जल्द ही उनका नाम भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स की सूची से हटा दिया गया, जिसमें वो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान तक प्रतिष्ठित 'ए' श्रेणी में थे. विजय ने ये आरोप लगाया कि ये कदम बिना किसी पूर्व सूचना के उठाया गया था.

विजय ने कहा,"मुझे बिना किसी पूर्व सूचना के खिलाड़ियों के अनुबंध से हटा दिया गया. मैंने भारतीय टीम के बहुत कुछ किया है."

विजय ने कहा,"मैं भारतीय घरेलू क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, लेकिन इसके बाद क्या? क्या मैं सिर्फ ये सपना देखता रहूंगा कि मैं वापसी करूंगा या फिप ऐसा कोई ढांचा है जो इसे संभव बना सके?"

विजय के बाहर होने के बाद से, टीम इंडिया मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा की नए सलामी जोड़ी के साथ आगे बढ़ी रही है. दोनों ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने जबरदस्त प्रर्दशन से दुनिया को चौंका दिया है, जिसने विजय की वापसी को और मुशकिल बना दिया है.

विजय ने 61 टेस्ट में 12 शतक और 15 अर्द्धशतकों के साथ 38.28 की औसत से 3982 रन बनाए हैं.

हैदराबाद: भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को उम्मीद है कि नए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली उनके जैसे नज़रअंदाज़ किए गए खिलाड़ियों की वापसी की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएंगे.

विजय आखिरी बार भारत के लिए पर्थ 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे. विजय ने विशेष रूप से भारत ए और दलीप ट्रॉफी की टीमों से बाहर किए जाने पर नराजगी जाहिर की है, जिसने उनके राष्ट्रीय टीम में फिर से प्रवेश पाने की राह को और भी मुश्किल बना दिया है.

विजय ने कहा,"सौरव के साथ मुझे उम्मीद है कि चीजें बदल जाएंगी. वो अपने करियर में इस दौर से गुजर चुके हैं और वो मजबूती से टीम में वापस आए थे. इस स्थिति में एक क्रिकेटर की भावनाओं के बारे में वो सब जानते हैं."

मुरली विजय
मुरली विजय

विजय ने आगे कहा,"मैं सौरव के कार्यकाल का इंतजार कर रहा हूं. वो एक खिलाड़ी है. वो एक मजबूत व्यक्तित्व है और मुझे उम्मीद है कि वो क्रिकेटरों के बेहतर प्रदर्शन करने के लिए एक प्रक्रिया लाएगें."

विजय के अनुसार, खिलाड़ी एक जंगल में खत्म हो जाते हैं अगर उनको वो सही प्लेटफार्म नहीं मिलता जो राष्ट्रीय टीम में उनके चयन की संभावना को बढ़ा सकता है.

उन्होंने कहा,"ये बिल्कुल मेरी राय है. मैं सिर्फ अपने बारे में बात नहीं कर रहा हूं. मैं उन क्रिकेटरों के बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें छोड़ दिया गया है. उनके पास वापसी करने के लिए एक मंच होना चाहिए. ये एक कट और चौप वाला काम नहीं होना चाहिए जो खिलाड़ियों को जंगल में छोड़ देता है. ये निगलने के लिए एक कड़वी गोली की तरह है कि जब आप जानते हैं कि आप उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन एक स्तर नीचे खेल रहे हैं."

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली

पिछले 2 वर्षों में अपने घरेलू मैदान पर 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ 105 स्कोर करने के अलावा, विजय ने 15 टेस्ट पारियों में 46 का स्कोर पार करने में असफल रहे हैं. ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद के खिलाफ अपनी साउंड तकनीक के लिए जाने-जाने वाले विजय की किस्मत ने विशेष रूप से भारत के अंतिम दौरे के दौरान करवट बदली जब उन्होंने निराशाजनक प्रर्दशन किया. उन्होंने 2018 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 4 टेस्ट में 3 'डक' के साथ मात्र 20 रन जोड़े. इसके बाद, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में तीसरे टेस्ट से पहले प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया और उसके बाद से वापस नहीं बुलाया गया.

बल्ले से रन नहीं बना पाने की वजह से जल्द ही उनका नाम भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स की सूची से हटा दिया गया, जिसमें वो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान तक प्रतिष्ठित 'ए' श्रेणी में थे. विजय ने ये आरोप लगाया कि ये कदम बिना किसी पूर्व सूचना के उठाया गया था.

विजय ने कहा,"मुझे बिना किसी पूर्व सूचना के खिलाड़ियों के अनुबंध से हटा दिया गया. मैंने भारतीय टीम के बहुत कुछ किया है."

विजय ने कहा,"मैं भारतीय घरेलू क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, लेकिन इसके बाद क्या? क्या मैं सिर्फ ये सपना देखता रहूंगा कि मैं वापसी करूंगा या फिप ऐसा कोई ढांचा है जो इसे संभव बना सके?"

विजय के बाहर होने के बाद से, टीम इंडिया मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा की नए सलामी जोड़ी के साथ आगे बढ़ी रही है. दोनों ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने जबरदस्त प्रर्दशन से दुनिया को चौंका दिया है, जिसने विजय की वापसी को और मुशकिल बना दिया है.

विजय ने 61 टेस्ट में 12 शतक और 15 अर्द्धशतकों के साथ 38.28 की औसत से 3982 रन बनाए हैं.

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मुरली विजय ने 'दादा' से लगाई गुहार, जरा हमारी भी सुनो 'सरकार'



 



सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने ये उम्मीद जाताई है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली अपने कार्यकाल में खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया में कुछ अहम बदलाव करेंगे.



हैदराबाद: भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को उम्मीद है कि नए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली उनके जैसे नज़रअंदाज़ किए गए खिलाड़ियों की वापसी की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएंगे.



विजय आखिरी बार भारत के लिए पर्थ 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे. विजय ने विशेष रूप से भारत ए और दलीप ट्रॉफी की टीमों से बाहर किए जाने पर नराजगी जाहिर की है, जिसने उनके राष्ट्रीय टीम में फिर से प्रवेश पाने की राह को और भी मुश्किल बना दिया है.



विजय ने कहा,"सौरव के साथ मुझे उम्मीद है कि चीजें बदल जाएंगी. वो अपने करियर में इस दौर से गुजर चुके हैं और वो मजबूती से टीम में वापस आए थे. इस स्थिति में एक क्रिकेटर की भावनाओं के बारे में वो सब जानते हैं."



विजय ने आगे कहा,"मैं सौरव के कार्यकाल का इंतजार कर रहा हूं. वो एक खिलाड़ी है. वो एक मजबूत व्यक्तित्व है और मुझे उम्मीद है कि वो क्रिकेटरों के बेहतर प्रदर्शन करने के लिए एक प्रक्रिया लाएगें."



विजय के अनुसार, खिलाड़ी एक जंगल में खत्म हो जाते हैं अगर उनको वो सही प्लेटफार्म नहीं मिलता जो राष्ट्रीय टीम में उनके चयन की संभावना को बढ़ा सकता है.



उन्होंने कहा,"ये बिल्कुल मेरी राय है. मैं सिर्फ अपने बारे में बात नहीं कर रहा हूं. मैं उन क्रिकेटरों के बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें छोड़ दिया गया है. उनके पास वापसी करने के लिए एक मंच होना चाहिए. ये एक कट और चौप वाला काम नहीं होना चाहिए जो खिलाड़ियों को जंगल में छोड़ देता है. ये निगलने के लिए एक कड़वी गोली की तरह है कि जब आप जानते हैं कि आप उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन एक स्तर नीचे खेल रहे हैं."



पिछले 2 वर्षों में अपने घरेलू मैदान पर 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ 105 स्कोर करने के अलावा, विजय ने 15 टेस्ट पारियों में 46 का स्कोर पार करने में असफल रहे हैं. ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद के खिलाफ अपनी साउंड तकनीक के लिए जाने-जाने वाले विजय की किस्मत ने विशेष रूप से भारत के अंतिम दौरे के दौरान करवट बदली जब उन्होंने निराशाजनक प्रर्दशन किया. उन्होंने 2018 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 4 टेस्ट में 3 'डक' के साथ मात्र 20 रन जोड़े. इसके बाद, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में तीसरे टेस्ट से पहले प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया और उसके बाद से वापस नहीं बुलाया गया.



बल्ले से रन नहीं बना पाने की वजह से जल्द ही उनका नाम भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स की सूची से हटा दिया गया, जिसमें वो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान तक प्रतिष्ठित 'ए' श्रेणी में थे. विजय ने ये आरोप लगाया कि ये कदम बिना किसी पूर्व सूचना के उठाया गया था.



विजय ने कहा,"मुझे बिना किसी पूर्व सूचना के खिलाड़ियों के अनुबंध से हटा दिया गया. मैंने भारतीय टीम के बहुत कुछ किया है."



विजय ने कहा,"मैं भारतीय घरेलू क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, लेकिन इसके बाद क्या? क्या मैं सिर्फ ये सपना देखता रहूंगा कि मैं वापसी करूंगा या फिप ऐसा कोई ढांचा है जो इसे संभव बना सके?"



विजय के बाहर होने के बाद से, टीम इंडिया मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा की नए सलामी जोड़ी के साथ आगे बढ़ी रही है. दोनों ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ अपने जबरदस्त प्रर्दशन से दुनिया को चौंका दिया है, जिसने विजय की वापसी को और मुशकिल बना दिया है.



विजय ने 61 टेस्ट में 12 शतक और 15 अर्द्धशतकों के साथ 38.28 की औसत से 3982 रन बनाए हैं.


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