मुंबई: आखिरकार भारत के 2011 विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के तत्काल और आगामी भविष्य पर सस्पेंस खत्म हो गया है. विकेटकीपर-बल्लेबाज धोनी ने इंग्लैंड में अपना चौथा और अंतिम 50-ओवर विश्व कप खेला. वहीं एमएस धोनी भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज की यात्रा नहीं करेंगे.
विश्व कप के बाद संन्यास के अटकलों के बीच धोनी ने खुद को कैरेबियाई द्वीपों में होने वाले तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए अनुपलब्ध करार दिया है और वो इस स्तिथी को एक निश्चित समय के लिए बनाए रखेंगे. इसके बाद, वो भारतीय क्रिकेट के "परिवर्तन के चरण" में भाग लेंगे.
सूत्रों ने बताया,"एमएस धोनी वेस्टइंडीज नहीं जाएंगे. आगे चल कर वो भारत या फिर विदेशों में विकेटकीपर के तौर पर टीम की पहली पसंद के रुप में यात्रा नहीं करेंगे. उनकी जगह ऋषभ पंत संभालेंगे और जब तक वो पूरी तरह तैयार नहीं हो जाते, धोनी उनकी मदद करेंगे. आप सभी को बता दें, वो टीम में 15 का हिस्सा हो सकते है, लेकिन 11 का हिस्सा नहीं होंगे. इस टीम को कई मोर्चों पर एक मार्गदर्शक की आवश्यकता है और एमएस को पूरी तरह से दूर करना स्पष्ट रूप से अनुचीत होगा."
जानकारों का कहना है कि धोनी को ये नहीं बताया जाना चाहिए कि उन्हें अब जाना चाहिए. उन्होंने कहा,"वो पहले से ही खुद को साबित कर चुके है कि वो किस तरह का खिलाड़ी है, जो 'क्यों' से अधिक पसंद करते है 'कब' उनहे खेलना है. साथ ही सूत्रों ने आगे कहा,"वो चले जाएगे, लेकिन जल्दी क्या है?"
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली टीम चुनने के लिए राष्ट्रीय चयन समिति की शुक्रवार को बैठक होने वाली है.
वहीं पंत से वरिष्ठ 35 वर्षीय खिलाड़ी दिनेश कार्तिक टीम का हिस्सा बने रहेंगे. तमिलनाडु के क्रिकेटर, जो मुख्य रूप से दूसरे विकेटकीपर के तौर पर भारत की विश्व कप रणनीति का हिस्सा थे और कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण बल्लेबाज़ के रूप में अंतिम मैच खेले, वो बड़े संदर्भ में धोनी का स्थान नहीं लेंगे.
सूत्रों ने कहा,"पंत 22 अक्टूबर को वापस आ रहे है. जब तक वो 23 साल का हो जाते हैं ऑस्ट्रेलिया में एक विश्व टी 20 निर्धारित है. उन्होंने सही क्षमता दिखाई है और कुछ काम भी करने की भी जरुरत हैं. एक साल उस परिवर्तन से गुजरने का एक अच्छा समय है."
घटनाक्रमों के अनुसार धोनी अभी खेल से संन्यास नहीं लेना चाहेंगे क्योंकि उनके पास चेन्नई सुपर किंग्स के साथ एक और साल है. साल 2018 में आईपीएल में फ्रेश खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट्स को तीन साल के लिए फ्रैंचाइजी द्वारा अनुबंधित किया गया था, इस दौरान फ्रेंचाइजी ने अपने स्टार क्रिकेटरों को भी इसी तरह से बनाए रखा.
यह भी पढ़ें- जेसन रॉय करेंगे टेस्ट डेब्यू, पहली बार इंग्लैंड टेस्ट टीम में हुए शामिल
आईपीएल से जुडे़ लोगों ने कहा,"एमएस ऐसे ही नहीं जा सकते. सुपर किंग्स उस पर निरभर करती और वो फ्रैंचाइज़ी की रीढ़ की हड्डी के तौर पर काम करते है. सिर्फ भारतीय टीम ही नहीं, उन्हें सुपर किंग्स में भी एक परिवर्तन की देखरेख करनी होगी. आखिरकार, ये उनके साथ एक दशक से अधिक लंबे समय से जुड़े हुए हैं."