मुंबई: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान ने सौरभ गांगुली की कप्तानी में अपने करियर की शुरूआत की थी, लेकिन वह महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में स्टार बने. भारत के सबसे सफल तेज गेंदबाजों में से एक जहीर का मानना है कि भारत के दो सबसे सफल कप्तानों गांगुली और धोनी में बहुत सारी समानताएं थी.
जहीर ने यूटयूब पर कहा, " निश्चित रूप से, गांगुली ने जिस तरह से सपोर्ट दिया, वैसा ही सपोर्ट आपको अपने करियर के शुरूआती चरण में चाहिए होता है. जब आप अपना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने करियर की शुरूआत करते हैं तो आपको इसी तरह के सपोर्ट की जरूरत होती है. यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने करियर को कैसे आगे बढ़ाते हैं, लेकिन शुरूआती सपोर्ट काफी अहम होता है."
2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे जहीर ने आगे कहा, " दोनों ने लंबे समय तक भारत का नेतृत्व किया है. मैंने धोनी में काफी बदलाव देखा है. जब एमएस टीम में आए थे, तब टीम में काफी अनुभवी खिलाड़ी थे. इसलिए उन्हें ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ी थी."
जहीर ने साथ ही कहा, "लेकिन जब सीनियर खिलाड़ियों ने संन्यास लेना शुरू कर दिया तो उन्हें युवा क्रिकेटरों को संवारना था. उन्होंने वैसा ही कुछ किया, जो दादा (गांगुली) ने युवा क्रिकेटरों के साथ किया था."
उन्होंने आगे कहा, “भारतीय क्रिकेट में हर दशक के साथ कप्तान बदलता है और अगले शख्स को कमान थमाता है जो कि टीम इंडिया को नए दशक में आगे ले जाता है.”
बता दें कि जहीर खान भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाजों में एक हैं. उन्होंने साल 2000 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. वे 2014 तक भारत के लिए खेले.
2011 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को मिली खिताबी जीत में जहीर खान का योगदान काफी अहम रहा था. जहीर खान टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में शाहिद अफरीदी के साथ सयुंक्त रूप से पहले नंबर पर थे. जहीर खान ने 9 मैचों में 21 विकेट लिए थे.