इंदौर : घरेलू क्रिकेट सत्र की जल्द से जल्द बहाली पर जोर देते हुए मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सहमति दे दी है.
एमपीसीए के सचिव संजीव राव ने बताया, "हमने बीसीसीआई से कहा है कि सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट का आयोजन पहले करा लिया जाए. फिर रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट आयोजित करा लिया जाए."
राव ने कहा, "घरेलू क्रिकेट सत्र की दोनों प्रमुख स्पर्धाओं का आयोजन बेहद अहम है. हम कोविड-19 से बचाव के तमाम इंतजामों के साथ दोनों स्पर्धाओं की मेजबानी के लिए तैयार हैं."
उन्होंने बताया, "घरेलू सत्र की तैयारी कर रहे हमारे खिलाड़ी मैदान पर जल्द से जल्द वापसी के लिए उत्सुक हैं. मैच रैफरी और अंपायर भी इन मुकाबलों का लम्बे समय से इंतजार कर रहे हैं."
एमपीसीए सचिव ने जोर देकर कहा कि कोविड-19 के संकट के बीच देश के अलग-अलग क्षेत्रों में नियमित गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं. ऐसे में घरेलू क्रिकेट सत्र भी जल्द से जल्द बहाल किया जाना चाहिए.
इस बीच, एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने भी कहा कि संगठन जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में घरेलू स्पर्धाओं के मैचों की मेजबानी में पूरी तरह सक्षम है.
खांडेकर ने बताया कि एमपीसीए ने कोविड-19 से बचाव की तमाम सावधानियां बरतते हुए अंतर संभागीय जेएन भाया ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट का इंदौर में कुछ दिन पहले ही सफल आयोजन किया है. इनमें सूबे के 10 संभागों की टीमों ने हिस्सा लिया था.
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने राज्य क्रिकेट संघों को लिखे हाल ही में लिखे पत्र में घरेलू मुकाबलों के आयोजन को लेकर चार विकल्प दिए हैं. इनमें पहला विकल्प केवल रणजी ट्रॉफी का आयोजन है, जबकि दूसरा विकल्प सिर्फ सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट आयोजित करना है. तीसरे विकल्प के रूप में रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट का संयोजन है, जबकि चौथे विकल्प के तौर पर सीमित ओवरों के दो मुकाबलों-सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट और विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन शामिल है.
पत्र के अनुसार बीसीसीआई ने घरेलू मुकाबलों के आयोजन की संभावित समयावधि का खाका भी तैयार किया है. इसके मुताबिक मुश्ताक अली ट्रॉफी के आयोजन के लिए 22 दिन (20 दिसंबर से 10 जनवरी) की जरूरत होगी, जबकि रणजी ट्रॉफी (11 जनवरी से 18 मार्च) के लिए 67 दिन प्रस्तावित किए गए हैं.
अगर विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट का आयोजन होता है, तो यह 11 जनवरी से सात फरवरी के बीच 28 दिन में संपन्न हो सकता है. बीसीसीआई 38 टीमों की टक्कर वाली घरेलू स्पर्धाओं के लिए अलग-अलग स्थानों पर जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण तैयार करेगा.