लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा अपनाए जाने वाले नए मॉडल के तहत पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक कोच और मुख्य चयनकर्ता की दोहरी भूमिका में दिख सकते हैं. मिस्बाह को गुरुवार को ही 22 अगस्त से सात सितंबर तक चलने वाले अभ्यास शिविर के लिए 'कैम्प कमानडेंट' नियुक्त किया गया है.
पाकिस्तानी के एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्बाह ने ही अभ्यास शिविर के लिए खिलाड़ियों का चयन किया है और अब वह उन्हें प्रशिक्षण भी देंगे. इसलिए यह उनका दोनों पदों के लिए एक तरह से इम्तिहान भी हो सकता है.
आपको बता दे कि इससे पहले पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ की कोच और मुख्य चयनकर्ता एक ही दिग्गज हो, अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान के क्रिकेट में ये सबसे बड़ा पद होगा.
पीसीबी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक जाकिर खान ने आखिरी बार संवाददाताओं से कहा था कि बोर्ड सीनियर टीम के चयन पैनल के लिए तीन मॉडल पर विचार कर रहा है.
पहला जिसमें चेयरमैन हो और तीन-चार अन्य सदस्य हों. दूसरा एक को मुख्य चयनकर्ता बनाया जाए और साथ ही छह राज्य की टीमों के मुख्य कोच को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए कि वह मुख्य चयनकर्ता को प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के बारे में बताए.
तीसरे मॉडल में सिर्फ एक शख्स को चुना जाए और उसे ही मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता की जिम्मेदारी सौंपी जाए जिसे छह राज्यों की टीमों के मुख्य कोच रिपोर्ट करें और प्रतिभाशील खिलाड़ियों के बारे में बताएं.
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पाकिस्तानी के अखबार ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि पीसीबी ने फैसला किया है कि तीसरे मॉडल को अपनाया जाए.
पिछले सप्ताह ही पीसीबी ने बताया कि वह मुख्य कोच मिकी आर्थर, गेंदबाजी कोच अजहर महमूद और बल्लेबाज कोच ग्रांट फ्लावर के कार्यकालों को विस्तार नहीं करेगी.
हाल ही में इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में पाकिस्तान के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण ये फैसला लिया गया.