कोलकाता : बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने सोमवार को हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप ए के मैच के दूसरे दिन तिहरा शतक जड़ा. अपने खास बल्ले से खेलते हुए उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है. ये उनके प्रथम श्रेणी करियर का पहला तिहरा शतक है. खास बात ये रही कि उन्होंने उस पारी में ऐसी बल्लेबाजी की जब किसी भी बल्लेबाज एक शतक भी नहीं लगा सके थे और वे 303 रन बनाकर नाबाद लौटे थे.
Ranji Trophy : मनोज तिवारी ने जमाया तिहरा शतक, बेहतरीन पारियों में से एक बताया - मनोज तिवारी
हैदराबाद के गेंदबाजों को परेशान कर बल्लेबाज मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी में अपनी पहले ट्रिपल सेंचुरी लगाई.
कोलकाता : बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने सोमवार को हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप ए के मैच के दूसरे दिन तिहरा शतक जड़ा. अपने खास बल्ले से खेलते हुए उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है. ये उनके प्रथम श्रेणी करियर का पहला तिहरा शतक है. खास बात ये रही कि उन्होंने उस पारी में ऐसी बल्लेबाजी की जब किसी भी बल्लेबाज एक शतक भी नहीं लगा सके थे और वे 303 रन बनाकर नाबाद लौटे थे.
Ranji Trophy : मनोज तिवारी ने जमाया तिहरा शतक, बेहतरीन पारियों में से एक बताया
हैदराबाद के गेंदबाजों को परेशान कर बल्लेबाज मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी में अपनी पहले ट्रिपल सेंचुरी लगाई.
कोलकाता : बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने सोमवार को हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप ए के मैच के दूसरे दिन तिहरा शतक जड़ा. अपने खास बल्ले से खेलते हुए उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है. ये उनके प्रथम श्रेणी करियर का पहला तिहरा शतक है. खास बात ये रही कि उन्होंने उस पारी में ऐसी बल्लेबाजी की जब किसी भी बल्लेबाज एक शतक भी नहीं लगा सके थे और वे 303 रन बनाकर नाबाद लौटे थे.
तिवारी ने हैदराबाद के गेंदबाजों को परेशान कर 303 रनों की नाबाद पारी खेली. अपनी पारी में उन्होंने 30 चौके और पांच छक्के लगाए थे. उन्होंने ये 414 गेंदों का सामना कर अपनी नाबाद पारी खेली थी. क्वालीफाई करने की उम्मीदों को जगाए रखने के लिए बंगाल के लिए ये जीत बेहद जरूरी थी. उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स को छोड़कर कल्यानी में मैच खेलने का फैसला लिया था, लेकिन शुरुआत के 15 ओवर में वे केवल 60 रन बना सके थे और उन्होंने तीन विकेट भी खो दिए थे. फिर दूसरे दिन उन्होंने कुल सात विकेट खोकर 635 रनों बनाए और पारी घोषित कर दी थी.
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद तिवारी ने अपनी पारी के बारे में बात करते हुए कहा,"ये मेरी पसंदीदा पारियों में से एक है, इससे पहले मैंने पांच बार दोहरा शतक जमाया था. हालांकि ये पारी मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि ये काफी कठिन समय में खेली गई है."
उन्होंने आगे कहा,"मैं अच्छा खेल रहा था लेकिन एक बड़ी पारी नहीं खेल पा रहा था. केरल के खिलाफ पीठ में ऐंठन हो गई थी जिस कारण बड़ी पारी नहीं खेल सका था. इसलिए अब ये मेरी बेहतरीन पारियों में से एक है."
Conclusion: