हैदराबाद : कोविड-19 के कारण दर्शकों के स्टेडियम में आने पर प्रतिबंध है. इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से शुरू हुआ टेस्ट मैच भी खाली स्टेडियम में खेला जा रहा है. जोंटी ने कहा कि खाली स्टेडियम में खेलने से टेस्ट मैच पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन टी-20 में दर्शकों की कमी खलेगी क्योंकि टी-20 में दर्शक माहौल बनाते हैं जो खिलाड़ियों को प्रेरित करता है.
बाहर से टीमें आएंगी और प्रशंसक भी
उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया में शायद खेल होने लगे हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि वह खाली स्टेडियम में हो रहे हैं या नहीं. लेकिन अगर आप दूसरे देश से आते हो तो स्थिति अलग है. विश्व कप में बाहर से टीमें आएंगी और प्रशंसक भी आएंगे."
फील्डिंग को नए आयाम देने वाले जोंटी ने कहा, "आईपीएल के साथ ये होगा कि खिलाड़ी बाहर से आएंगे, आप उन्हें क्वारंटीन करेंगे. टीमों का टेस्ट कराएंगे, लेकिन आईपीएल में प्रशंसक भारत के ही होंगे जबकि विश्व कप के साथ ये है कि दूसरी टीमों के प्रशंसक भी मैच देखने आएंगे. इसलिए मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में काफी मुश्किल होगी. इस महामारी के कारण ओलम्पिक भी स्थगित किया गया है. मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुझे लगता है कि टी-20 विश्व कप कप पर काले बादल हैं."
टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि टी-20 मैच में प्रशंसक, माहौल, का खिलाड़ी पर असर होता है. आप प्रशंसकों के समर्थन से प्रेरित होकर कई बार मैच का रूख बदल देते हैं. हालांकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट खाली स्टेडियम में ही होती है. रणजी ट्रॉफी में देखेंगे तो वहां प्रशंसक नहीं होते हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट की बात है तो मुझे लगता है कि जो प्रतिस्पर्धा है वो नहीं जाएगी, चाहे कोई स्टेडियम में हो या नहीं. क्योंकि खिलाड़ी के तौर पर आप हर तरह की स्थिति से तालमेल बिठाना सीख लेते है. खिलाड़ी पूरी प्रतिस्पर्धा से खेलेंगे."
दक्षिण अफ्रीका के लिए 52 टेस्ट और 245 वनडे खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, "हां आपको टीम में कुछ खिलाड़ी चाहिए होंगे जो लगातार बोलते रहें, लेकिन मुझे नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा असर पड़ेगा क्योंकि हर टेस्ट मैच में स्टेडियम भरा नहीं होता और खिलाड़ियों को कम दर्शकों के सामने टेस्ट मैच खेलने की आदत होती है."