नई दिल्ली: भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि वह लंबी अवधि के लक्ष्य तय नहीं करते क्योंकि इससे दबाव और तनाव बढ़ता है.
इसके उलट वो छोटे लक्ष्य तय करते हैं जिनमें अगले दो-तीन महीनों में होने वाले मैचों की प्लानिंग और तैयारी शामिल रहती है. इस समय भारतीय क्रिकेटर कोरोनावायरस के कारण लागू बंद के चलते अपने घरों में अपने परिवार वालों के साथ समय बिता रहे हैं.
रोहित ने कहा कि वह सीरीज शुरू होने से पहले अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करना पसंद करते हैं.
उन्होंने कहा, "मैंने इतने सालों में यह महूसस किया है कि लंबे लक्ष्य आपकी मदद नहीं करते हैं, इसके उलट यह यह आप पर दबाव और तनाव को बढ़ा देते हैं. मैंने हमेशा छोटे लक्ष्यों पर ध्यान दिया है जो आमतौर पर अगले दो-तीन महीनों में खेले जाने वाले मैच होते हैं, इसी पर ध्यान रहता है कि यह मैच किसके खिलाफ हैं और मैं इनमें अपना सर्वश्रेष्ठ कैसे दे सकता हूं."
उन्होंने कहा, "हर सीरीज और टूर्नामेंट के लिए लक्ष्य बनाने से मुझे मदद मिली है और मैं भविष्य में भी इसी पर कायम रहूंगा."
कोविड-19 के कारण क्रिकेट रुकी हुई है और इसी वजह से बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है.
भारतीय सीमित ओवरों की टीम के उप-कप्तान ने कहा, "आने वाले वर्षों में मुझे लगता है कि हमें क्रिकेट खेलने का मौका मिलेगा, अभी तो हम नहीं जानते कि हम दोबारा कब खेलेंगे."
इस महामारी से फैली स्थिति ठीक नहीं हो रही है और इसी कारण इसी साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप पर भी सवाल हैं.
32 साल के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, "जब हम क्रिकेट दोबारा शुरू करेंगे तब देखेंगे कि हमारे सामने क्या स्थिति आती है- चाहे वो आईपीएल हो या टी-20 विश्व कप. यहां तक हमारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज का कार्यक्रम है. हमें परिस्थितियों का विश्लेषण करना होगा और देखना होगा कि हम किसके खिलाफ खेल रहे हैं."