कराची : पाकिस्तान क्रिकेट का नाम जब भी सुना जाता है तो जहन में उनकी बेहतरीन तेज गेंदबाजी की छवि जरूर बन जाती है. पाकिस्तान से कई दिग्गज तेज गेंदबाज निकले हैं. शोएब अख्तर, वसीम अकरम और शाहिद अफरीदी की गेंदबाजी कोई भुलाए नहीं भूल सकता. अब पाकिस्तान के तेज गेंदबाज जुनैद खान ने खुलासा किया है कि अब उनके देश में अच्छे तेज गेंदबाज नहीं पैदा हो रहे हैं. इसके पीछे का कारण भी जुनैद ने बताया है.
मई 2019 में पाकिस्तान के लिए आखिरी बार मैच खेलने वाले जुनैद ने सेलेक्टर्स के बारे में कहा है कि वे अच्छी बॉलिंग लाइन अप नहीं कर पाते हैं. उनके मुताबिक, जैसे ही युवा गेंदबाज घरेलू क्रिकेट में अच्छा करने लगते हैं तब अनुभवी गेंदबाजों को उनसे रिप्लेस कर दिया जाता है.
जुनैद खान ने पाकिस्तानी मीडिया से कहा, "कुछ समस्या हैं जो नए गेंदबाजों के साथ आती हैं, उनके पास अनुभव की कमी होती है जिससे वे अपने शुरुआती दिनों में संघर्ष करते हैं. ऐसा तब होता है जब उन पर अचानक बड़ी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ जाती है और सेलेक्टर्स अनुभवी गेंदबाज को बाहर कर देते हैं."
जुनैद के मुताबिक, जब युवा खिलाड़ियों को अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट में भेजा जाता है तो वे ओवरकॉन्फिडेंट हो जाते हैं और सोचते हैं उन्होंने सब कुछ सीख लिया है. उन्होंने सलाह दी कि खिलाड़ियों को पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलनी चाहिए उसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आना चाहिए. ये उनको उनके गेम को अच्छे से समझने में मदद करेगा.
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गौरतलब है कि जुनैद ने कहा कि वे टीम में वापसी के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं. 30 वर्षीय जुनैद ने अभी ग्रीन जर्सी पहनने की उम्मीद नहीं छोड़ी है. अबतक जुनैद ने पाकिस्तान के लिए 22 टेस्ट मैच और 76 वनडे मैच खेले हैं. वे 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का भी हिस्सा थे.