सिडनी: भारत और इंग्लैंड के बीच गुरुवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाने वाले महिला टी-20 विश्व कप का पहला सेमीफाइनल मैच बारिश के कारण रद्द हो गया और इसी के चलते भारत पहली बार महिला टी-20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश करने में सफल रही.
इससे हालांकि इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट निराश हैं. नाइट ने कहा कि उनकी टीम विश्व कप का अंत इस तरह से नहीं चाहती थी.
इस विश्व कप में सेमीफाइनल के दिन रिजर्व डे का प्रावधान नहीं है और इसी कारण मैच रद्द होने के साथ ही भारत को फाइनल में प्रवेश मिला, क्योंकि वह अपने ग्रुप-ए में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में आई थी.
नाइट ने मैच के बाद कहा कि यह हकीकत में बेहद निराशाजनक है. हम इस तरह से विश्व कप का अंत नहीं चाहते थे. रिजर्व डे नहीं हैं इसका मतलब दूसरा मौका नहीं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्रुप चरण में मिली हार का हमें खामियाजा उठाना पड़ा.
उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य सेमीफाइनल में जगह बनाना था, जो हमने हासिल कर लिया था. यह लगभग पूरी तरह से इंग्लैंड जैसी स्थिति है, मौसम की बात करना और टूर्नामेंट से बाहर हो जाना.
नाइट ने हंसते हुए कहा कि हमें सीख यह मिली कि हमें पहला मैच जीतना होगा. यह ट्रेंड सा बन गया कि हम टूर्नामेंट की शुरुआत अच्छे से नहीं कर पाते, और इसी का खामियाजा हमें उठाना पड़ा.
वहीं, दूसरी ओर भारतीय टीम की कप्तान हरमरप्रीत कौर भी इस बात से निराश हैं कि मैच नहीं हुआ. उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्यवश हम मैच नहीं खेल पाए, लेकिन नियम बने हुए हैं और हमें उनका पालन करना है. भविष्य में रिजर्व डे रखना अच्छा विचार होगा.'
भारत ने ग्रुप चरण में अपने सभी मैच जीते थे और इसी कारण वह ग्रुप में पहले स्थान पर रही थी. फाइनल में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया से होगा, जिनके बीच दूसरा सेमीफाइनल मैच इसी मैदान पर खेला जाना है.