लाहौर: अनुभवी स्पिनर इमरान ताहिर ने कहा है कि पाकिस्तान की अलग-अलग आयु वर्ग की टीम में खेलने के बाद भी राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बना पाना उनके लिए निराशाजनक रहा.
ताहिर पाकिस्तान के लाहौर में पले-बढ़े हैं और 2005 तक इसी शहर में रहे. वो पाकिस्तान की अंडर-19 टीम के लिए भी खेले और पाकिस्तान-ए का प्रतिनिधित्व भी किया, लेकिन सीनियर टीम के लिए नहीं खेल पाए.
वो 2005 में दक्षिण अफ्रीका आने का श्रेय अपनी पत्नी सुमय्या दिलदार को देते हैं. देश में चार साल रहने के कानून का पालन करने के बाद ताहिर दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलने के योग्य बने थे.
ताहिर ने कहा, "मैं लाहौर में क्रिकेट खेला करता था और आज मैं जहां हूं इसमें इसका बड़ा हाथ रहा है. मैंने अपने करियर की काफी सारी क्रिकेट पाकिस्तान में खेली लेकिन मुझे यहां राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला जिससे मैं काफी निराश हूं."
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान छोड़ने का फैसला करना काफी मुश्किल था लेकिन अल्लाह ने मुझ पर कृपा बनाए रखी और दक्षिण अफ्रीका आने का श्रेय मेरी पत्नी को जाता है."
ताहिर ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 107 वनडे, 38 टी-20 और 20 टेस्ट मैच खेले हैं और 173, 63 और 57 विकेट अपने नाम किए हैं.
पिछले साल आईसीसी विश्व कप के बाद उन्होंने वनडे करियर को अलविदा कह दिया था.