माउंट मोनगानुई: विदेशी सरजमीं पर 5-0 के वाइटवॉश के साथ आत्मविश्वास से भरे लोकेश राहुल ने कहा कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में सीनियर और जूनियर को लेकर कोई विभाजन नहीं है क्योंकि टीम का लक्ष्य एकजुट होकर जीत दर्ज करना है.
भारत ने विदेशी सरजमीं पर सिर्फ तीसरी बार टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में क्लीनस्वीप किया है जबकि पांच मैचों की श्रृंखला में उसने पहली बार ऐसा किया है. भारत ने इससे पहले 2019 में वेस्टइंडीज और 2016 में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर 3-0 के समान अंतर से हराया था.
राहुल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "पिछले दो-तीन साल से हम एक दूसरे के साथ खेलने का लुत्फ उठा रहे हैं और हम एक दूसरे की मदद करते हैं. ड्रेसिंग रूम में कोई सीनियर और जूनियर खिलाड़ी नहीं है, हमारा सामूहिक लक्ष्य है और यह देश और टीम के लिए एक साथ जीत दर्ज करना है."
उन्होंने कहा, "विदेशी दौरे पर 5-0 से श्रृंखला जीतना अधिकतर नहीं होता. इसलिए अगले कुछ दिन हम इसका लुत्फ उठाएंगे. बेशक एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है, पिछले कुछ वर्षों से इस प्रारूप में हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल में तीन-चार महीनों में भी हमारी फार्म अच्छी रही है, निजी तौर पर भी और टीम के तौर पर भी हम अच्छा कर रहे हैं."
पांच मैचों की श्रृंखला में 224 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले राहुल ने कहा कि उनकी नजरें अब ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप पर टिकी हैं.
उन्होंने कहा, "फिलहाल हमारे दिमाग में टी20 विश्व कप जीतना है और हम इसी के अनुसार योजना बना रहे हैं और खेल रहे हैं. देखते हैं कि हम इसके लिए कितनी अच्छी तैयार कर पाते हैं."
श्रृंखला आगे बढ़ने के साथ भारतीय गेंदबाज लगातार न्यूजीलैंड को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोकने में सफल रहे जिसका श्रेय राहुल ने गेंदबाजों को दिया.
उन्होंने कहा, "सभी ने एक इकाई के रूप में प्रदर्शन किया और हमेशा जवाब के साथ आगे आए. रणनीति को अमीलीजामा पहनाने के स्तर में सुधार हो रहा है और हम धैर्य बरकरार रखते हैं. युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह सीनियर गेंदबाज हैं और उन्होंने पहले भी ऐसा किया है लेकिन शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी और वाशिंगटन सुंदर ने आज अच्छा प्रदर्शन किया."