गुवाहाटी: भारत और श्रीलंका की सीरीज में सभी का ध्यान भारत के दो दिग्गजों- शिखर धवन और जसप्रीत बुमराह पर रहेगा, जो चोटों के बाद वापसी कर रहे हैं
विंडीज के खिलाफ भारत ने टी-20 और वनडे सीरीज दोनों में जीत हासिल की थी. इसके बाद टीम ब्रेक पर थी और अब नए साल की शुरुआत वह जीत के साथ करना चाहेगी.
श्रीलंका की मौजूदा टीम को देखा जाए हर हाल में भारत का पलड़ा उस पर भारी लग रहा है, हालांकि टी-20 है और खेल के इस सबसे छोटे प्रारूप में कोई भी टीम किसी भी को हरा सकती है.यह इस प्रारूप की खूबी है.
धवन ने चोट के कारण टीम से बाहर थे. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शतक जमाकर अपनी फिटनेस तो साबित कर दी है. अब सवाल यह है कि क्या धवन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसी फॉर्म को जारी रख पाएंगे. उन पर जिम्मेदारी भी बड़ी है क्योंकि चयनकर्ताओं ने इस सीरीज के लिए उप-कप्तान रोहित शर्मा को आराम दिया है. रोहित इस समय फॉर्म में हैं और धवन के ऊपर अपने पूर्व साथी की जगह को भरने की जिम्मेदारी है.
वहीं दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के लिए भी यह सीरीज अपने आप को साबित करने का एक और मंच है. विंडीज के खिलाफ दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने रोहित के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआतें दी थीं. धवन के साथ भी उन्हें यही करना होगा लेकिन साथ ही निजी तौर पर तीसरे सलामी बल्लेबाज के लिए अपनी दावेदारी को मजबूत भी करना होगा.
बुमराह भी जुलाई में विंडीज दौरे पर चोटिल हो गए थे। उसके बाद से यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज है. बुमराह के लिए यह सीरीज और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज एक परीक्षा है जो उन्हें न्यूजीलैंड दौरे के लिए देनी है. गेंदबाजी में कुंद हुई धार को बुमराह यहां तेज और पैनी करना चाहेंगे.
इन दोनों के अलावा नवदीप सैनी, शार्दूल ठाकुर के लिए भी मौका है कि वह अपने आप को मौजूदा समय में बैकअप गेंदबाजे को तौर पर ही सही लेकिन अपनी दावेदारी को पुख्ता करें.
हमेशा की तरह विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत भी जाहिर तौर पर एक और परीक्षा से गुजरेंगे. हां यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस सीरीज में भी संजू सैमसन ड्रैसिंग में गर्मी लेंगे या उन्हें मैदान पर उतार कर मेहनत करवाई जाएगी.
दूसरी तरफ श्रीलंका के लिए इस समय हर सीरीज कड़ी परीक्षा है. कप्तान लसिथ मलिंगा के नेतृत्व में भारत आई श्रीलंका ने टीम में अनुभवी खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को वापस बुलाया है. उसके पास निरोशन डिकवेला, कुशल मेंडिस, धनंजय डी सिल्वा जैसे कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन क्या यह सभी भारतीय जमीन पर श्रीलंका के बुरे इतिहास को बदलने में सक्षम हैं, इस पर संदेह लगता है.
कुला मिलाकर दोनों टीमें नए साल में विजयी शुरुआत चाहेंगी और इसी साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारियों पर ध्यान देंगी.
टीमें (सम्भावित):
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दूल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर.
श्रीलंका : लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनंजय डी सिल्वा, वानिंडु हसारंगा, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), ओशाडा फर्नाडो, अविश्का फर्नाडो, दानुष्का गुणाथिलका, लाहिरु कुमारा, एंजेलो मैथ्यूज, कुशल मेंडिस, कुशल परेरा, भानुका राजापक्षा, कासुन राजिथा, लक्षण संदकाना, दासुन शनका, इसुरु उदाना.