नई दिल्ली : आईसीसी ने साफ कर दिया है कि वह दस्तानों पर 'बलिदान बैज' को बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती.
प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी से अपील की
धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बना हुआ है जो भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए विश्व कप मैच में दिखा था. इस पर आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा था कि वो धोनी से यह चिन्ह हटाने को कहे. वहीं बीसीसीआई का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी से अपील की थी कि वो धोनी को दस्तानों पर यह चिन्ह बनाए रखने की इजाजत दे. आईसीसी ने भारतीय बोर्ड की इस अपील को खारिज कर दिया है.
आईसीसी का बयान
आईसीसी ने अपने बयान में कहा, "आईसीसी टूर्नामेंट्स के नियम किसी भी तरह के व्यक्तिगत संदेश और लोगो को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैचों में किसी भी वस्तु अथवा कपड़ों पर लिखने या चिपकाने की अनुमति नहीं देते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए वह लोगो धारण करना नियमों के खिलाफ है."
इस नियम का उल्लंघन है
आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि उसके टूर्नामेंट के नियम किसी भी तरह के निजी संदेश का प्रचार प्रसार करने की इजाजत नहीं देते और ये लोगो दस्तानों पर होना इस नियम का उल्लंघन है. सीओए की मुंबई में शुक्रवार को हुई बैठक में एक सदस्य ने कहा था कि आईसीसी से इस संबंध में मंजूरी मांगनी चाहिए ताकि धोनी अपने दस्तानों पर सेना का चिन्ह बनाए रखें.
राजनीतिक या धार्मिक संवेदनाएं नहीं जुड़ी हुई
सदस्य ने कहा, "हां, हमें धोनी के दस्तानों पर बने चिन्ह को लेकर जारी विवाद के बारे में पता है, लेकिन इससे किसी प्रकार की राजनीतिक या धार्मिक संवेदनाएं नहीं जुड़ी हुई हैं और हमने आईसीसी से मांग की है कि धोनी को सेना के चिन्ह वाले दस्ताने पहनने की आज्ञा दी जाए."
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आईसीसी के एक अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई अगर परिषद को ये समझा सके कि 'बलिदान ब्रिगेड के चिन्ह' से किसी प्रकार की राजनीतिक या धार्मिक संवेदनाएं नहीं जुड़ी हुई है तो बोर्ड की अपील पर विचार किया जा सकता है. आईसीसी के महाप्रबंधक, रणनीति समन्वय, क्लेयर फरलोंग ने कहा था, "हमने बीसीसीआई से इस चिन्ह को हटवाने की अपील की है." धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही ये चिन्ह धारण करने का अधिकार है.
लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधी मिली थी
धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधी मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है. इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं. आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."