कोलकाता: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी करने वाले मोर्गन ने खेल के संचालकों से अगले 10 वर्षों के लिए एक खाका तैयार करने का आग्रह किया, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि शीर्ष खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की जगह आकर्षक निजी लीग में करियर बनाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़े.
मोर्गन ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बिना किसी का नाम लिए कहा, ''हम यहां 'द हंड्रेड' के बारे में बात कर रहे है, लेकिन मुझे पता है कि ऐसे कई भारतीय क्रिकेटर हैं जो 'द हंड्रेड' और दुनिया भर की अन्य प्रतियोगिताओं में खेलना पसंद करेंगे.''
उन्होंने कहा, ''उन्हें यात्रा करना और नई परिस्थितियों और संस्कृतियों का अनुभव लेना पसंद है और उनके आने से ऐसे टूर्नामेंटों का महत्व भी बढ़ेगा.'' 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट को पिछले साल शुरू होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसे एक साल के लिए टाल दिया गया था.
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मोर्गन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) उन देशों के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है जिनके खिलाड़ी निजी लीगों को तरजीह दे रहे है. उन्होंने कहा, ''मेरी सबसे बड़ी चिंता ये है कि खेल जिस तेजी से बढ़ रहा है उसमें उस तेजी से बदलाव नहीं आ रहा है.''
इंग्लैंड के एकदिवसीय और टी20 टीम के कप्तान ने कहा, ''ये निश्चित रूप से चिंता का विषय है और इसे सुधारने की आवश्यकता है क्योंकि आप दूसरे देश के खिलाफ खेलते समय अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश मैदान में उतारने में सक्षम नहीं है क्योंकि वे दुनिया भर की बड़ी लीगों में खेल रहे हैं.''