नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को उम्मीद है कि भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रोहित शर्मा उसी तरह युवा खिलाड़ियों को तराशेंगे जिस तरह से पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तराशा था.
गंभीर ने रोहित का उदाहरण देते हुए कहा कि वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे लेकिन धोनी को उनकी काबिलियत में यकीन था और धोनी का समर्थन करना अंतत: उनके लिए फायदेमंद रहा क्योंकि आज रोहित सीमित ओवरों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं.
गंभीर ने कहा, "आज के समय में युवा क्रिकेटर, चाहे वो शुभमन गिल हों या संजू सैमसन उन्हें भी समर्थन मिलना चाहिए."
उन्होंने कहा, "अब जबकि रोहित सीनियर हो गए हैं. मैं उनसे उम्मीद करता हूं कि वह युवाओं का साथ देंगे. रोहित इस बात के सबसे बड़े उदाहरण हैं कि एक खिलाड़ी कैसे एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकता है."
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "धोनी के बारे में एक अच्छी बात यह थी कि वह हमेशा रोहित से बात करते रहते थे तब भी जब वो टीम का हिस्सा न भी हों. उन्होंने रोहित को कभी अलग नहीं होने दिया."
गंभीर ने कहा, "मैं विराट और रोहित से उम्मीद करता हूं कि वह उसी तरह युवाओं को तराशेंगे जिस तरह से धोनी ने तराशा था."
बता दें कि रोहित ने जब 2007 में पदार्पण किया था तो उस समय वह मध्यक्रम में कमजोर थे और उनके प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव था. धोनी ने इसके बाद रोहित को 2013 में बतौर ओपनर भेजना शुरू कर दिया था.