नई दिल्ली: भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के शेन वाटसन के साथ 12 साल पहले हुई लड़ाई को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जानकर वाटसट को कोहनी नहीं मारी थी.
साल 2008 में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में गंभीर रन लेते हुए उस समय गेंदबाजी कर रहे शेन वॉट्सन से भिड़ गए थे और यहां गंभीर ने वॉटसन के रन लेते हुए कोहनी मार दी थी. बाद में इस मामले में उन्हें दोषी भी पाया गया था और उन्हें एक मैच के लिए बैन कर दिया गया था.
इसे याद करते हुए गौतम गंभीर ने एक शो में कहा, "शेन वॉटसन के साथ मैंने ये जानकर नहीं किया था. इस मैच के बाद मुझे एक मैच के लिए बैन कर दिया गया. कई लोगों ने कहा कि मैंने उन्हें कोहनी जानबूझकर मारी, लेकिन ऐसा मैंने किसी प्रयोजन से नहीं किया था."
गंभीर ने ये भी कहा, "जब मैं इस मामले में सुनवाई के लिए गया तो गैरी कर्स्टन ने मुझे कहा कि इसे स्वीकार कर लो क्योंकि ये क्रिस ब्रॉड है. इससे तुम्हें अतिरिक्त सहानुभूति मिलेगी और वो तुम्हे बैन नहीं करेगा. जब मैं गैरी के साथ अंदर गया तो क्रिस ने मुझे पूछा कि आप अपनी गलती स्वीकार करते हैं तो मैंने कहा कि हां, फिर उन्होंने मुझे कहा कि आप बैन किए जाते हो."
बता दें कि इस मैच में गौतम गंभीर ने शानदार बल्लेबाजी की थी. पहली पारी में उन्होंने जोरदार दोहरा शतक जड़ा था. उनके अलावा वीवीएस लक्ष्मण ने डबल सेंचुरी जड़ी थी. इन दोनों की बदौलत भारत ने पहली पारी में 613 रनों का भारी-भरकम स्कोर खड़ा किया था.
इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 577 रन बनाए थे. यह मैच का आखिर में कोई नतीजा नहीं निकल सका और मैच ड्रॉ हो गया.