हैदराबाद : एंटीगा में खेले जा रहे पहले टेस्ट में भारतीय टीम का ऊपरी बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गया. सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल अच्छी शुरुआत दिलवाने में नाकाम रहे तो दूसरी तरफ कप्तान विराट कोहली और भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा भी सस्ते में आउट हो गये. कठिन परिस्थितियों में उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने 81 रनों की उम्दा पारी खेली. अब रहाणे ने बताया कि वे शतक के लिए नहीं खेल रहे थे बल्कि अपनी टीम के लिए खेल रहे थे.
रहाणे ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "जब तक मैं क्रीज पर होता हूं तब तक सिर्फ टीम के बारे में सोचता हूं, मैं स्वार्थी नहीं हूं. मुझे शतक से चूकने का कोई दुख नहीं है क्योंकि मुझे लगता है कि इस विकेट पर 81 रनों की पारी भी काफी थी."
तेज गेंदबाज केमर रोच की तारीफ करते हुए रहाणे ने कहा, "रोच ने काफी अच्छी गेंदबाजी की. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपको अपने विरोधियों का सम्मान करना पड़ता है. पहला स्पेल जो कि केमार रोच और जेसन होल्डर ने फेंका, हमने उनका सम्मान किया."रहाणे और केएल राहुल के बीच चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी हुई. राहुल अर्धशतक बनाने से चूक गए और 44 रन बनाकर आउट हुए. अगले बल्लेबाज हनुमा विहारी ने भी जमकर बल्लेबाजी की और रहाणे के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए उपयोगी 82 रन जोड़े.
यह भी देखें- एंटिगा टेस्ट: तीसरे दिन 3 विकेट खोकर भारत ने बनाए 185 रन, कोहली-रहाणे क्रीज पर मौजूद
रहाणे ने हनुमा विहारी की तारीफ करते हुए कहा, "विहारी उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बहुत रन बनाए हैं, और वे जानते हैं कि इन परिस्थितियों में कैसे बल्लेबाजी करनी है. वे सभी खिलाड़ी जिन्हें इंडिया ए मैचों का अनुभव है, वे पाँचदिवसीय मैचों में इन परिस्थितियों को समझते हैं. विहारी का खेल न केवल यहाँ बल्कि ऑस्ट्रेलिया में भी अच्छा था."
गौरतलब हो कि भारत ने पहले दिन खेल समाप्ति तक 6 विकेट खोकर 203 रन बना लिए थे. ऋषभ पंत और रविन्द्र जडेजा क्रीज पर सुरक्षित हैं.