ब्रिस्बेन: भारत ने मंगलवार को गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा उसे 32 साल में पहली बार इस मैदान पर हार का मुंह देखने को मजबूर किया.
ऑस्ट्रेलिया बीते 32 साल से गाबा पर अजेय थी. उसे आखिरी बार 1988 में वेस्टइंडीज ने हराया था. तब के बाद अब भारत ने मेजबान टीम को इस मैदान पर मात दी.
ये पहला मौका नहीं है कि जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अलग-अलग तरह से अलग-अलग समय पर ऑस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है.
ऐसा पहला मौका आया था 2001 में. ऑस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट जीत हासिल कर चुकी थी और वो अपने अजेय क्रम को बरकरार रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और काबिल थी. लेकिन कोलकाता का ईडन गार्डन्स स्टेडियम फिर एक ऐसे मैच का गवाह बना जब न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला टूटा बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे शानदार जीत भी मिली.
राहुल द्रविड़ और वीवीएस. लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलियाई हार की कहानी लिखी और फॉलोऑन खेलने के बाद भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पटका.
इसके बाद 2008 में भारत ने वाका में ऑस्ट्रेलिया के एशियाई टीमों के खिलाफ चले आ रहे जीत के क्रम को रोका. अनिल कुंबले की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने 2008 में वाका के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था और इसी के साथ वो इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली एशिया की पहली टीम बनी थी.
वाका का मैदान था सिडनी, 2016 में भारत ने यहां खेले गए वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से मात दी थी और उसके घर में लगातार 19 जीत के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिया था.
इसके बाद गाबा का मैदान जहां 32 साल तक ऑस्ट्रेलिया ने हार नहीं देखी थी लेकिन एक बार फिर भारतीय टीम ने उसके एक और अजेय सिलसिले को रोक दिया.