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38 साल के हुए एमएस धोनी, देखिए माही का 'क्रिकेट सफर'

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Published : Jul 7, 2019, 10:18 PM IST

Updated : Jul 7, 2019, 11:56 PM IST

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी आज 38 वर्ष के हो गए हैं.  अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने भारतीय फैंस को कई यादें दी हैं. यहां देखें साल 2004 में की गई उनके करियर की शुरूआत से 10,000 रन पूरे करने तक की कहानी-

Happy birthday Dhoni

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान, विकेटकीपर और मध्यक्रम के बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का आज जन्मदिन है. आज वो 38 साल के हो गए हैं. 'धोनी' एक ऐसा नाम है जो क्रिकेट इतिहास में अविस्मरणीय है, ये एक ऐसा नाम है जिसके बिना भारतीय क्रिकेट की चर्चा अधूरी सी लगती है. 'माही' के नाम से मशहूर धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड के शहर रांची में हुआ था. धोनी लगभग 15 सालों से बतौर विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान की हर भूमिका में फिट रहे हैं.

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इन 15 सालों के करियर में धोनी ने भारतीय फैंस को कई यादें दी हैं. उनसे जुड़ी अनेक बातें आज भी भारतीय फैंस के दिलों में बसी हुई हैं. आइए धोनी से जुड़ी उन यादों को फिर से ताजा करते है -

1. 2004 में की करियर की शुरूआत-

2004 में की करियर की शुरूआत
2004 में की करियर की शुरूआत
धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ बांग्लादेश की ही सरजमीं पर अपने करियर की शुरूआत की थी. वे अपने पहले ही मैच में बिना खाता खोले रनआउट हो गए. उस वक्त किसी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि वो खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के भविष्य का स्टार बनकर उभरेगा.

2. माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'

माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'
माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'
हेलीकॉप्टर शॉय एमएस धोनी की पहचान बन चुका है. पहले तो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 148 और श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की ताबड़तोड़ पारियां खेलकर सभी को चौंकाया और फिर हेलीकॉप्टर शॉट के जरिए अपनी पहचान बनाई. इस शॉट को धोनी ने खेलना शुरू किया था जिसे कई क्रिकेटर्स कॉपी करने की कोशिश करते हैं.

3. टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा

टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा
टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा
टी-20 विश्व कप का पहला संस्करण साल 2007 में खेला गया था, जिसमें धोनी को पहली बार कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने न तो चयनकर्ताओं को निराश किया न ही अपने फैंस को. धोनी की उस युवा टोली ने पाकिस्तान को फाइनल में हराकर पहला टी-20 विश्व कप भारत के झोली में डाला. इसके बाद धोनी को वनडे-टेस्ट की कप्तानी भी मिल गई. कप्तानी मिलने के बाद टीम इंडिया को पहले टेस्ट में और फिर वनडे में बादशाहत हासिल हुई.

4. 28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप

सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया
सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया
ये एक ऐसा पल था जो हर भारतीय के दिल और दिमाग में हमेशा बना रहेगा. 2007 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश से हार के बाद बाहर हो जाने के बाद टीम इंडिया नए कप्तान, नई टीम और पूरे जोश-खरोश के साथ 2011 के वर्ल्ड कप में पहुंची थी. धोनी की कप्तानी में भारत ने आयरलैंड, नीदरलैंड और वेस्ट इंडीज को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. अब भारत का मुकाबला क्वार्टर फाइनल में चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया से होना था. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने कंगारुओं को 5 विकेट से हराकर सेमीफाइनल का सफर तय किया.

5. सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया

28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप
28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप
सेमीफाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया. फिर फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया और 28 सालों के बाद धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने दूसरा विश्व कप अपने नाम किया.

6. विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया

विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया
विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया
28 साल बाद विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम अब दुनिया की बेस्ट टीम बन गई थी. साल 2007 की उस करारी हार के बाद विश्व कप जीतना करोड़ों भारतीय के लिए गर्व की बात थी. इस जीत के बाद धोनी करोड़ों भारतीय के दिलों पर राज करने लगे. उन्होंने विश्व कप जीत कर न सिर्फ सचिन तेंदुलकर का बल्कि हर क्रिकेट फैन का सपना पूरा किया. विश्वकप जीतने के बाद धोनी ने अपनी मानी मन्नत के अनुसार अपना सिर मुंडवा लिया था.

7. साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास

साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास
साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास
भारत को टेस्ट में बादशाहत दिलाने का बाद धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट से संन्यास ले लिया. माही ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले और बतौर कप्तान 60 टेस्ट मैच खेले. उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी थी. धोनी के संन्यास लेने के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का कप्तान विराट कोहली को बनाया गया.

8. चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत

चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत
चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत
टी-20 और विश्व कप जीताने के बाद अब धोनी और उनकी टीम की निगाहें चैंपियंस ट्रॉफी पर थी. साल 2013 में धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रनों से हराकर ये जीत भी हासिल की.

9. टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी

टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी
टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी
धोनी ने 4 जनवरी 2017 को वनडे और टी-20 को कप्तानी छोड़ी. उन्होंने कुल 199 वनडे और 72 टी-20 मैचों में कप्तानी की. ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग के बाद धोनी एकलौते ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा वनडे मैचों के लिए कप्तानी की.

10. धोनी ने पूरे किए 10,000 रन

धोनी ने पूरे किए 10,000 रन
धोनी ने पूरे किए 10,000 रन
माही ने हमेशा क्रीज पर आ कर देश के लिए ढेरों रन बनाए हैं. वे भारत के लिए 10,000 रन पूरे करने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं. उनके अलावा सचिन तेंदुलकर (18,426), सौरव गांगुली (11,221), राहुल द्रविड़ (10,768) और विराट कोहली (10,235) ने ये कीर्तिमान हासिल किया है. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा (13,341) के बाद वनडे में 10,000 रन बनाने वाले दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. अभी उनके कुल 10723 रन है.

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान, विकेटकीपर और मध्यक्रम के बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का आज जन्मदिन है. आज वो 38 साल के हो गए हैं. 'धोनी' एक ऐसा नाम है जो क्रिकेट इतिहास में अविस्मरणीय है, ये एक ऐसा नाम है जिसके बिना भारतीय क्रिकेट की चर्चा अधूरी सी लगती है. 'माही' के नाम से मशहूर धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड के शहर रांची में हुआ था. धोनी लगभग 15 सालों से बतौर विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान की हर भूमिका में फिट रहे हैं.

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इन 15 सालों के करियर में धोनी ने भारतीय फैंस को कई यादें दी हैं. उनसे जुड़ी अनेक बातें आज भी भारतीय फैंस के दिलों में बसी हुई हैं. आइए धोनी से जुड़ी उन यादों को फिर से ताजा करते है -

1. 2004 में की करियर की शुरूआत-

2004 में की करियर की शुरूआत
2004 में की करियर की शुरूआत
धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ बांग्लादेश की ही सरजमीं पर अपने करियर की शुरूआत की थी. वे अपने पहले ही मैच में बिना खाता खोले रनआउट हो गए. उस वक्त किसी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि वो खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के भविष्य का स्टार बनकर उभरेगा.

2. माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'

माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'
माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'
हेलीकॉप्टर शॉय एमएस धोनी की पहचान बन चुका है. पहले तो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 148 और श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की ताबड़तोड़ पारियां खेलकर सभी को चौंकाया और फिर हेलीकॉप्टर शॉट के जरिए अपनी पहचान बनाई. इस शॉट को धोनी ने खेलना शुरू किया था जिसे कई क्रिकेटर्स कॉपी करने की कोशिश करते हैं.

3. टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा

टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा
टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा
टी-20 विश्व कप का पहला संस्करण साल 2007 में खेला गया था, जिसमें धोनी को पहली बार कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने न तो चयनकर्ताओं को निराश किया न ही अपने फैंस को. धोनी की उस युवा टोली ने पाकिस्तान को फाइनल में हराकर पहला टी-20 विश्व कप भारत के झोली में डाला. इसके बाद धोनी को वनडे-टेस्ट की कप्तानी भी मिल गई. कप्तानी मिलने के बाद टीम इंडिया को पहले टेस्ट में और फिर वनडे में बादशाहत हासिल हुई.

4. 28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप

सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया
सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया
ये एक ऐसा पल था जो हर भारतीय के दिल और दिमाग में हमेशा बना रहेगा. 2007 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश से हार के बाद बाहर हो जाने के बाद टीम इंडिया नए कप्तान, नई टीम और पूरे जोश-खरोश के साथ 2011 के वर्ल्ड कप में पहुंची थी. धोनी की कप्तानी में भारत ने आयरलैंड, नीदरलैंड और वेस्ट इंडीज को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. अब भारत का मुकाबला क्वार्टर फाइनल में चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया से होना था. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने कंगारुओं को 5 विकेट से हराकर सेमीफाइनल का सफर तय किया.

5. सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया

28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप
28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप
सेमीफाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया. फिर फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया और 28 सालों के बाद धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने दूसरा विश्व कप अपने नाम किया.

6. विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया

विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया
विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया
28 साल बाद विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम अब दुनिया की बेस्ट टीम बन गई थी. साल 2007 की उस करारी हार के बाद विश्व कप जीतना करोड़ों भारतीय के लिए गर्व की बात थी. इस जीत के बाद धोनी करोड़ों भारतीय के दिलों पर राज करने लगे. उन्होंने विश्व कप जीत कर न सिर्फ सचिन तेंदुलकर का बल्कि हर क्रिकेट फैन का सपना पूरा किया. विश्वकप जीतने के बाद धोनी ने अपनी मानी मन्नत के अनुसार अपना सिर मुंडवा लिया था.

7. साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास

साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास
साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास
भारत को टेस्ट में बादशाहत दिलाने का बाद धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट से संन्यास ले लिया. माही ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले और बतौर कप्तान 60 टेस्ट मैच खेले. उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी थी. धोनी के संन्यास लेने के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का कप्तान विराट कोहली को बनाया गया.

8. चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत

चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत
चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत
टी-20 और विश्व कप जीताने के बाद अब धोनी और उनकी टीम की निगाहें चैंपियंस ट्रॉफी पर थी. साल 2013 में धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रनों से हराकर ये जीत भी हासिल की.

9. टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी

टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी
टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी
धोनी ने 4 जनवरी 2017 को वनडे और टी-20 को कप्तानी छोड़ी. उन्होंने कुल 199 वनडे और 72 टी-20 मैचों में कप्तानी की. ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग के बाद धोनी एकलौते ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा वनडे मैचों के लिए कप्तानी की.

10. धोनी ने पूरे किए 10,000 रन

धोनी ने पूरे किए 10,000 रन
धोनी ने पूरे किए 10,000 रन
माही ने हमेशा क्रीज पर आ कर देश के लिए ढेरों रन बनाए हैं. वे भारत के लिए 10,000 रन पूरे करने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं. उनके अलावा सचिन तेंदुलकर (18,426), सौरव गांगुली (11,221), राहुल द्रविड़ (10,768) और विराट कोहली (10,235) ने ये कीर्तिमान हासिल किया है. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा (13,341) के बाद वनडे में 10,000 रन बनाने वाले दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. अभी उनके कुल 10723 रन है.
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी आज 38 वर्ष के हो गए हैं.  अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने भारतीय फैंस को कई यादें दी हैं. यहां देखें साल 2004 में की गई उनके करियर की शुरूआत से 10,000 रन पूरे करने तक की कहानी-

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान, विकेटकीपर और मध्यक्रम के बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का आज जन्मदिन है. आज वो 38 साल के हो गए हैं. 'धोनी' एक ऐसा नाम है जो क्रिकेट इतिहास में अविस्मरणीय है, ये एक ऐसा नाम है जिसके बिना भारतीय क्रिकेट की चर्चा अधूरी सी लगती है. 'माही' के नाम से मशहूर धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड के शहर रांची में हुआ था. धोनी लगभग 15 सालों से बतौर विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान की हर भूमिका में फिट रहे हैं.

इन 15 सालों के करियर में धोनी ने भारतीय फैंस को कई यादें दी हैं. उनसे जुड़ी अनेक बातें आज भी भारतीय फैंस के दिलों में बसी हुई हैं. आइए धोनी से जुड़ी उन यादों को फिर से ताजा करते है -



1. 2004 में की करियर की शुरूआत-

धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ बांग्लादेश की ही सरजमीं पर अपने करियर की शुरूआत की थी. वे अपने पहले ही मैच में बिना खाता खोले रनआउट हो गए. उस वक्त किसी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि वो खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के भविष्य का स्टार बनकर उभरेगा.



2. माही का स्पेशल 'हेलीकॉप्टर शॉट'

हेलीकॉप्टर शॉय एमएस धोनी की पहचान बन चुका है. पहले तो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 148 और श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की ताबड़तोड़ पारियां खेलकर सभी को चौंकाया और फिर हेलीकॉप्टर शॉट के जरिए अपनी पहचान बनाई. इस शॉट को धोनी ने खेलना शुरू किया था जिसे कई क्रिकेटर्स कॉपी करने की कोशिश करते हैं.



3. टी-20 का पहला विश्व कप फैंस के दिलों में है जिंदा

टी-20 विश्व कप का पहला संस्करण साल 2007 में खेला गया था, जिसमें धोनी को पहली बार कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने न तो चयनकर्ताओं को निराश किया न ही अपने फैंस को. धोनी की उस युवा टोली ने पाकिस्तान को फाइनल में हराकर पहला टी-20 विश्व कप भारत के झोली में डाला. इसके बाद धोनी को वनडे-टेस्ट की कप्तानी भी मिल गई. कप्तानी मिलने के बाद टीम इंडिया को पहले टेस्ट में और फिर वनडे में बादशाहत हासिल हुई.



4. 28 सालों बाद घर आया दूसरा वर्ल्ड कप

ये एक ऐसा पल था जो हर भारतीय के दिल और दिमाग में हमेशा बना रहेगा. 2007 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश से हार के बाद बाहर हो जाने के बाद टीम इंडिया नए कप्तान, नई टीम और पूरे जोश-खरोश के साथ 2011 के वर्ल्ड कप में पहुंची थी. धोनी की कप्तानी में भारत ने आयरलैंड, नीदरलैंड और वेस्ट इंडीज को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. अब भारत का मुकाबला क्वार्टर फाइनल में चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया से होना था. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने कंगारुओं को 5 विकेट से हराकर सेमीफाइनल का सफर तय किया.



5. सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धूल चटाया

सेमीफाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया. फिर फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया और 28 सालों के बाद धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने दूसरा विश्व कप अपने नाम किया.



6. विश्व कप जीतने के बाद सिर मुंडवाया

28 साल बाद विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम अब दुनिया की बेस्ट टीम बन गई थी. साल 2007 की उस करारी हार के बाद विश्व कप जीतना करोड़ों भारतीय के लिए गर्व की बात थी. इस जीत के बाद धोनी करोड़ों भारतीय के दिलों पर राज करने लगे. उन्होंने विश्व कप जीत कर न सिर्फ सचिन तेंदुलकर का बल्कि हर क्रिकेट फैन का सपना पूरा किया. विश्वकप जीतने के बाद धोनी ने अपनी मानी मन्नत के अनुसार अपना सिर मुंडवा लिया था.



7. साल 2014 में लिया टेस्ट टीम से संन्यास

भारत को टेस्ट में बादशाहत दिलाने का बाद धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट से संन्यास ले लिया. माही ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले और बतौर कप्तान 60 टेस्ट मैच खेले. उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी थी. धोनी के संन्यास लेने के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का कप्तान विराट कोहली को बनाया गया.



8. चैंपियंस ट्रॉफी में भी मिली जीत

टी-20 और विश्व कप जीताने के बाद अब धोनी और उनकी टीम की निगाहें चैंपियंस ट्रॉफी पर थी. साल 2013 में धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रनों से हराकर ये जीत भी हासिल की.ॉ



9. टेस्ट के बाद छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी

धोनी ने 4 जनवरी 2017  को वनडे और टी-20 को कप्तानी छोड़ी. उन्होंने कुल 199 वनडे और 72 टी-20 मैचों में कप्तानी की. ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग के बाद धोनी एकलौते ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा वनडे मैचों के लिए कप्तानी की.



10. धोनी ने पूरे किए 10,000 रन

माही ने हमेशा क्रीज पर आ कर देश के लिए ढेरों रन बनाए हैं. वे भारत के लिए 10,000 रन पूरे करने वाले पांचवें क्रिकेटर हैं. उनके अलावा सचिन तेंदुलकर (18,426), सौरव गांगुली (11,221), राहुल द्रविड़ (10,768) और विराट कोहली (10,235) ने ये कीर्तिमान हासिल किया है. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा (13,341) के बाद वनडे में 10,000 रन बनाने वाले दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. अभी उनके कुल 10723 रन है.


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Last Updated : Jul 7, 2019, 11:56 PM IST
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