हैदराबाद : भारत और श्रीलंका के बीच रद्द हुए गुवाहाटी मैच में हेयर ड्रायर से पिच को सुखाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बीसीसीआई के कूच बेहार ट्रॉफी में गजब का नजारा देखने को मिला है. बेहार ट्रॉफी में एक मैच के दौरान ग्राउंड मैन कपड़े प्रेस करने वाले कोयले के आयरन का इस्तेमाल गीले विकेट को सुखाने के लिए करते हुए नजर आया.
बीसीसीआई देती है स्टेट एसोसिएशन को पैसे
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पिछले कुछ वर्षो में विश्व क्रिकेट में सबसे अमीर बोर्ड के रूप में पहचान बनाई है. एक ऐसा बोर्ड जिसके पास संसाधनों की कमी नहीं है. यहां तक कि आईसीसी भी बीसीसीआई की मांगों को ठुकराने से पहले दो बार सोचती है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि बीसीसीआई द्वारा स्टेट एसोसिएशन को पैसे दिए जाने के बावजूद जमीनी स्तर पर हालात कुछ और बयां करते हैं.
बीसीसीआई देती है 25 से 30 करोड़ रुपये
एक घरेलू टूर्नामेंट के दौरान प्रेस से पिच को सुखाने की फोटो सामने है जिसे देखकर हर कोई हैरान है और सवाल ये उठ रहे हैं कि बीसीसीआई द्वारा हर साल स्टेट एसोसिएशन को लगभग 25 से 30 करोड़ रुपये दिए जाते हैं बावजूद इसके गीली विकेट को सुखाने के लिए ग्राउंड स्टॉफ कोयले के प्रेस से लेकर हेयर ड्रायर को यूज करने से हिचकते नहीं है.
कानपुर के कमला क्लब क्रिकेट ग्राउंड पर कूच बेहार ट्रॉफी में यूपी और दिल्ली के बीच होने वाले मैच से पहले ग्राउंड्समैन पिच को कपड़े प्रेस करने वाले कोयले के आयरन से सुखाया जा रहा है. वहीं कुछ ग्राउंड्समैन बालू से गीली जगह को ढक रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय मैच हुआ रद्द
इससे पहले भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम में हुए अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच के दौरान ग्राउंड स्टाफ हेयर ड्रायर, वैक्यूम क्लीनर और प्रेस (स्टीम आयरन) से पिच को सुखाते नजर आए थे. पिच गीली होने की वजह से ये मैच रद्द हो गया था.
इस वजह से खुद को मौत की नींद सुलाना चाहता था ये पूर्व भारतीय खिलाड़ी
यूपीसीए सचिव युद्धवीर सिंह ने कहा, ''पिच को आयरन प्रेस से सुखाने का तरीका आज के समय में ठीक नहीं है. संसाधनों के वावजूद यदि ऐसा हुआ है तो इस मामले की पूरी जानकारी की जाएगी और जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी होगी. ग्रीनपार्क और कमला क्लब में मैच कहां होना है, इसका फैसला मैच रेफरी का है.'